इंदौर। JEE MAIN सेकंड राउंड का रिजल्ट आने के बाद मध्य प्रदेश के 150 इंजीनियरिंग कॉलेजों की 44000 सीटों पर एडमिशन की प्रोसेस शुरू हो गई है। हर स्टूडेंट चाहता है कि उसे अच्छा कॉलेज मिले।
मध्य प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए काउंसलिंग के फर्स्ट राउंड का रजिस्ट्रेशन 5 अगस्त से शुरू हो गया है जिसकी लास्ट डेट 27 अगस्त है। इंजीनियरिंग कॉलेज और ब्रांच के चुनाव की प्रक्रिया 12 अगस्त से शुरू हो गई है। कॉमन मेरिट लिस्ट 1 सितंबर को जारी की जाएगी और अलॉटमेंट लेटर 6 सितंबर को रिलीज किए जाएंगे। इस साल पहली बार 10% सीट EWS के लिए आरक्षित की गई हैं। सबसे पहले JEE MAIN की रैंकिंग के आधार पर एडमिशन मिलेगा। उसके बाद खाली बची सीटों पर कक्षा 12 की रैंक के आधार पर एडमिशन दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश का सबसे अच्छा इंजीनियरिंग कॉलेज श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान (SGSITS) माना जाता है। लास्ट ईयर JEE MAINS की 20000 रैंक तक के स्टूडेंट्स को कंप्यूटर साइंस ब्रांच में एडमिशन मिल गया था। DAVV के इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (IET) और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) का कटऑफ भी इसी के आसपास था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल भी यही स्थिति बनी रहेगी।
यानी जिन स्टूडेंट्स को JEE MAINS में 20000 तक रैंक आई है उन्हें टॉप क्लास के कॉलेज मिल जाएंगे।