मध्य प्रदेश के चार शहर भोपाल, ग्वालियर, दतिया एवं विदिशा में सरकारी क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाए जाएंगे। इसके कारण ज्यादा से ज्यादा घायल हो की जान बचाई जा सकेगी। क्रिटिकल केयर ब्लाक को तैयार करने से तकनीकी रूप से तैयार करने की जिम्मेदारी यूएसएसआइडी राइस संस्था को दी गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन द्वारा स्वास्थ्य संस्थाओं को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कदम उठाया गया है। जिससे भविष्य की महामारियों से उत्पन्न चुनाैतियों से निपटा जा सके। मध्य प्रदेश शासन के चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं और यूएसएसआइडी राइस कंपनी की ओर से भी अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है।
क्रिटिकल केयर ब्लॉक से क्या फायदा होगा
भोपाल और ग्वालियर में आसपास के जिलों से रेफर किए गए गंभीर मरीज आते हैं। यहां के ट्रामा सेंटर का ही पुराने हैं। ठीक प्रकार से इलाज नहीं हो पाता। मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह भी नहीं है। क्रिटिकल केयर ब्लॉक में 100 बिस्तर बढ़ जाएंगे। गुना, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा एवं रायसेन के मरीजों को भोपाल नहीं आना पड़ेगा। उनका इलाज विदिशा में हो जाएगा। छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, झांसी एवं उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के गंभीर घायलों को ग्वालियर नहीं जाना पड़ेगा। उनका इलाज दतिया में हो जाएगा।