भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कर्मचारियों का 3% महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान कर दिया परंतु उनकी घोषणा से कर्मचारी खुश नहीं हुए। कर्मचारियों का कहना है कि जो महंगाई भत्ता जनवरी से मिलना चाहिए था, अगस्त से दिया गया है। इस प्रकार सरकार ने कर्मचारियों के हक के 700 करोड रुपए चुरा लिए और अब अपने ही मुंह मियां मिट्ठू बन रहे हैं।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा कि महंगाई भत्ता बढ़ाने का स्वागत है, लेकिन जनवरी 2022 से भत्ता न देकर राज्य के कर्मचारियों को एरियर भुगतान से वंचित कर दिया गया है। प्रदेश सरकार अपने कर्मचारियों को केंद्रीय तिथि और केंद्रीय दर से महंगाई भत्ता दे। महंगाई भत्ता महंगाई की वृद्धि को देखते हुए दिया जाता है, जिस प्रकार केंद्र सरकार के कर्मचारियों को राहत दी जाती है, उसी प्रकार से राज्य सरकार अपने कर्मचारी और पेंशनर्स को भी राहत दे। सीएम शिवराज सिंह ने 625 करोड़ का भार आने की बात बताई है, लेकिन जनवरी-2022 से 34% महंगाई भत्ता ना देकर लगभग 700 करोड़ बचा भी लिए हैं।
कर्मचारियों की दूसरी मांगों पर भी ध्यान दे सरकार
मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि महंगाई भत्ता बढ़ना अच्छी बात है, लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता आगे फिर बढ़ जाएगा और प्रदेश के कर्मचारी फिर पीछे हो जाएंगे। अब सरकार कर्मचारियों की दूसरी मांगों पर भी ध्यान दे और उन्हें पूरा करे।
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