मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के भीतर काफी कुछ बिगड़ता चला जा रहा है। कुछ मंत्रियों के मुख्यमंत्री से सीधे टकराव शुरू हो गए हैं। तनाव कुछ इस कदर बढ़ गया है कि उसकी गर्मी सरकारी दीवारों के बाहर तक आने लगी है। इन दिनों मुख्यमंत्री और एक मंत्री के बीच सोशल मीडियावॉर सुर्खियों में है। मुख्यमंत्री ने पक्षपात किया तो मंत्री ने बदले की कार्रवाई करते हुए वह फोटो जारी कर दिया जो चर्चा का विषय बन गया।
मंत्रालय में चर्चा है कि जब मध्यप्रदेश में बाढ़ आ रही थी और राजधानी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद थे। उस दिन, अमित शाह की जाते ही मुख्यमंत्री ने स्टेट हैंगर पर बाढ़ के हालात की समीक्षा के लिए एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में 3 मंत्री मौजूद थे परंतु सरकार की तरफ से सोशल मीडिया पर जो फोटो जारी किया गया उसमें केवल एक मंत्री का नाम लिखा था। इस बात से बाकी के दोनों मंत्री नाराज हो गए।
बचे हुए 2 मंत्रियों में से एक मंत्री की दिल्ली में काफी मजबूत पकड़ है। जैसे ही सरकार को पता चला तत्काल गलती सुधारी गई और दूसरे मंत्री का नाम भी लिख दिया गया लेकिन तीसरे मंत्री का नाम नहीं लिखा। तीसरे मंत्री के साथ पक्षपात हुआ। ज्यादातर इस तरह के पक्षपाती मामलों में पीड़ित शांत रहता है और परिस्थितियों को अनुकूल करने की कोशिश करता है परंतु इस मामले में उल्टा हुआ।
मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि जवाबी हमला करते हुए मंत्री जी ने वह फोटो जारी कर दिया जो सुर्खियों में आ गया। कांग्रेस के नेताओं ने इस फोटो को वायरल करते हुए मुख्यमंत्री की स्थिति पर काफी तंज कसे। अब लोग इंतजार कर रहे हैं कि इस कहानी के अगले पन्ने में क्या लिखा जाएगा।