भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया है कि भोपाल, विदिशा, नर्मदापुरम्, अशोकनगर, गुना, सागर और विशेषकर नर्मदा जी के कैचमेंट एरिया में मण्डला, डिण्डोरी से जबलपुर, हरदा, नर्मदापुरम से लेकर सीहोर और रायसेन तक भी काफी बारिश हुई है।
जो जहां है वहीं रहे, स्वयं को सुरक्षित करें: मध्य प्रदेश सरकार
मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के प्रवक्ता एवं गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मौसम विभाग ने आज भी अतिवृष्टि की भविष्यवाणी की है। मेरी अपील है कि बहुत जरूरी ना हो तो यात्रा न करें। वर्तमान में मंडला से सिवनी,ओरछा से पृथ्वीपुर,चंदेरी से ललितपुर और बरेली से पिपरिया के मार्ग बंद किए गए हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी सहित कई नदियों पर बने बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। इधर स्थानीय पत्रकारों की ओर से खबरें आ रही हैं कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। मध्य प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में ग्रामीण क्षेत्रों में नदियों का पानी भर गया है। लोगों की संपत्ति का भारी नुकसान हुआ है।
मैं एक ही आग्रह करना चाहता हूं कि आप प्रशासन की बात जरूर मानें और प्रशासन अगर ऊंचे स्थानों पर जाने को कहे तो कृपा करके ऊंचे स्थानों पर जाएं। एक बात और ध्यान रखें कि जब आप जाएं, तो मूक पशुओं को खोल कर उनको भी साथ ले जाएं। आपकी जिंदगी हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।शिवराज सिंह चौहान,मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन
मध्य प्रदेश में कहां बाढ़ कहां कितनी बारिश
- भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।
- भोपाल में रविवार शाम से मंगलवार सुबह तक 6 इंच पानी गिर चुका है।
- इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
- अशोकनगर में बेतवा पर बने राजघाट बांध के सभी 18 गेट खोले गए हैं।
- मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले रास्ते पर 8 फीट पानी है। रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है।
- 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच रिकॉर्ड हुई। रायसेन की निचली बस्तियों में पानी भर गया, पेट्रोल पंप डूब गया।
- मंदसौर में शिवना नदी उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर पानी में डूब गया है।
- नर्मदा पुरम में नर्मदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 1.2 फीट नीचे 966 फीट पर बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।
- तवा डैम के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है।
- नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया है।
- औबेदुल्लागंज-बैतूल नेशनल हाईवे पर सुखतवा नदी के पुल पर पानी है, जिससे करीब 11 घंटे से NH-69 बंद है।
- नर्मदापुरम- हरदा स्टेट हाईवे पर हथेड़ नदी पर बाढ़ का पानी आने से मार्ग बंद हो गया।
- बाढ़ के खतरे को देखते हुए अफसरों ने संजय नगर, आदमगढ़, महिमानगर, बंगाली कॉलोनी, खोजनपुर के रहवासियों को राहत शिविर में पहुंचने की मुनादी कराई है।
- नर्मदापुरम में नर्मदा का पानी खेतों तक आ गया है।
- मध्यप्रदेश रायसेन जिला अस्पताल के SNCU इकाई और प्रसव वार्ड में घुसा पानी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी का है विधानसभा क्षेत्र।
- सागर से बीना जाने वाला रास्ता बंद। आज दूसरा दिन। धसान नदी किशनपुरा के पास बने पुल के ऊपर से बह रही है। दोनो तरफ फंसे है वाहन।
- कुरवाई बेतवा पुल पर आया पानी। कुरवाई से सिरोंज, विदिशा, भोपाल, गुना, राजगढ़, ब्यावरा का आवागमन बंद।
- सीहोर के नीलकंठ गांव में बढ़ा नर्मदा नदी का जलस्तर, खाली कराने की तैयारी में प्रशासन, एक दर्जन नर्मदा तटीय ग्रामों में बढ़ा बाढ़ का खतरा।
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश किन इलाकों में हुई
बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच हुई। पचमढ़ी और भोपाल में साढ़े 5 इंच, नर्मदापुरम, सागर में साढ़े 3-3 इंच, ग्वालियर, मंडला, नरसिंहपुर में 3-3 इंच, गुना, जबलपुर, बैतूल, दमोह, रतलाम, शिवपुरी में 2-2 इंच, उज्जैन में डेढ़ इंच पानी गिरा। सिवनी, खंडवा, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, नौगांव, धार में 1-1 इंच बारिश हुई। इंदौर, खरगोन और दतिया में आधा-आधा इंच बरसात हुई। सतना, रीवा, खजुराहो और सीधी में भी बारिश हुई।
मध्य प्रदेश के 12 जिलों में सूखे का खतरा
मध्यप्रदेश में एक ओर जहां झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। वहीं यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से सटे जिलों में सूखे का संकट है। इसमें दतिया, टीकमगढ़, निवाड़ी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, कटनी, दमोह, डिंडोरी, झाबुआ और अलीराजपुर रेड जोन में हैं। यहां पर सामान्य 21% से लेकर 44% तक कम पानी गिरा है।