मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षक भर्ती और स्कूल शिक्षा के बारे में सरकार की उपलब्धियां एवं योजनाओं का वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में नई शिक्षा संस्कृति का विकास हुआ है। नवीनतम नेशनल अचीवमेंट सर्वे में मध्यप्रदेश ने स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाते हुए 17वें स्थान से आगे बढ़कर देश में 5वां स्थान हासिल किया है।
प्रदेश का हर बच्चा स्कूल तक पहुँचे और हर स्कूल बच्चे तक पहुँचे- इन दोनों लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार विशेष प्रयास कर रही है। पिछले पाँच सालों में प्राथमिक स्कूल में ड्रॉप आउट रेट घटकर 1.35 रह गया है। वर्ष - 2025-26 तक इसे शून्य करने का लक्ष्य है।
भावी पीढ़ी को ज्ञान, कौशल और संस्कार पर आधारित शिक्षा देने के लिए सी. एम. राईज स्कूलों की स्थापना शिक्षा जगत में एक नई क्रान्ति की शुरूआत है। इसके अंतर्गत प्रदेश में 9 हजार 200 सर्वसुविधा संपन्न सी. एम. राईज स्कूल खोले जा रहे हैं। पहले चरण में 370 स्कूल इसी सत्र से प्रारंभ कर दिए गए हैं।"
“शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई किसी भी हालत में प्रभावित न हो, इसे ध्यान में रखते हुए 18 हजार से अधिक स्कूल शिक्षकों की भर्ती की गई है। इस वर्ष हम भोपाल एवं इन्दौर जिले में स्कूली बच्चों को साइकिल वितरण में ई-रूपी व्यवस्था लागू करने जा रहे हैं। अब बच्चे ई-वाउचर प्राप्त कर बाजार से अपनी पसंद की साइकिल खरीद सकेंगे।