भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट आदेश दिया है कि प्रदेश के प्रत्येक अस्पताल का सेफ्टी ऑडिट किया जाए। गड़बड़ी मिलते ही लाइसेंस निरस्त कर दिया जाए। सीएम शिवराज सिंह जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल अग्निकांड में 8 निर्दोष नागरिकों के जिंदा जल जाने की घटना के बाद काफी आक्रोशित नजर आए।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर के सीएमएचओ और फायर सेफ्टी ऑफिसर को घटना के लिए जिम्मेदार मानते हुए निलंबित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में जबलपुर में हुई अग्नि दुर्घटना की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से समीक्षा कर रहे थे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्री ओ.पी.एस. भदौरिया, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर जबलपुर और जिला प्रशासन के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
MP में अस्पताल के लिए फायर NOC, बिल्डिंग परमीशन और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी जरूरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में अस्पतालों की जाँच कराई जाए। अग्नि सुरक्षा व्यवस्था में कमी पाए जाने पर अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त करें। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाएँ रोकने के लिए फायर एनओसी, बिल्डिंग परमीशन और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी जरूरी है।
अस्पताल, होटल और बहुमंजिला भवनों में एक समान नियम
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घटना से सीख लेकर अग्नि सुरक्षा नीति में परिवर्तन करने के लिए तत्कालीन और दीर्घकालीन कदम उठाए जाएँ। अग्नि सुरक्षा के लिए अस्पताल, होटल और मल्टी भवनों पर एक समान नियम लागू करने की कार्यवाही करें। उन्होंने संबंधित विभागों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए।