भोपाल। डॉ केपी रजक, प्रांतीय संयोजक, अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा ने ऐलान किया है कि नियमितीकरण की मांग को लेकर जल्द ही अतिथि विद्वान एक बार फिर राजधानी भोपाल में आकर धरना प्रदर्शन करेंगे। डॉ रजक ने कहा कि पिछली बार जब अतिथि विद्वानों ने राजधानी में प्रदर्शन किया था तब स्वयं शिवराज सिंह भी शामिल हुए थे।
डॉ रजक ने बताया कि मध्यप्रदेश के 500 से अधिक सरकारी कॉलेजों में कार्यरत लगभग 4550 से अधिक उच्चशिक्षित नेट स्लेट और पीएचडी डिग्री धारी अतिथि विद्वान, सहायक प्राध्यापक के रिक्त पद के विरुद्ध वर्ष 2001 से कार्य कर रहे है। वर्तमान मुख्यमंत्री माननीय शिवराज चौहान ने इस व्यवस्था को लंबे समय तक संचालित किया लेकिन अतिथि विद्वानों का भविष्य अभी भी अधर मैं लटका हुआ है।
प्रारंभ में कालखण्ड और 2018 से 1500 रुपए प्रति कार्यदिवस के आधार पर अतिथि विद्वानों से महाविद्यालयों में अध्यापन एवं अन्य सभी कार्य लिये जाते है। दिसंबर 2019 में भोपाल के शाहजहांनी पार्क मैं अतिथि विद्वानों के आंदोलन में माननीय शिवराज चौहान ने अतिथिविद्वानो को नियमित करने की पुरजोर वकालत की थी एवं अतिथि विद्वानों को आश्वासन दिया था कि हम सत्ता में आते ही अतिथि विद्वानों को नियमित कर देंगे परंतु तीन वर्ष से अधिक समय सत्ता पर काबिज होने के बाद भी अतिथि विद्वानों को नियमित ना करके उनका शोषण जारी है।