ज्यादातर कंपनियां इस्तीफा देकर जाने वाले कर्मचारियों को दुश्मन की तरह देखती हैं और जाते समय उन्हें प्रताड़ित करने की कोशिश करती हैं। कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो यह मानती है कि यदि कर्मचारी इस्तीफा दे रहा है तो उनकी इंसल्ट कर रहा है और कुछ कंपनियां ऐसी हैं जो इस्तीफा देने वाले कर्मचारी का एग्जिट इंटरव्यू लेकर अपने सिस्टम को ठीक करती हैं परंतु एक कंपनी ऐसी है जो इस्तीफा देने वाले कर्मचारियों को 10% एक्स्ट्रा सैलरी देती है।
इस कंपनी का नाम है गोरिल्ला फाउंडेशन। यह कंपनी अमेरिका की एक मार्केटिंग एजेंसी है। जिसके फाउंडर जॉन फ्रैंको हैं। कंपनी के नाम से समझ में आ गया होगा कि फाउंडर काफी क्रिएटिव है। बैंकों का कहना है कि यदि कोई कर्मचारी जॉब छोड़ कर जाना चाहता है तो यह कंपनी के लिए सबसे अच्छा होता है। मैनेजमेंट प्रत्येक कर्मचारी का एसेसमेंट नहीं कर सकता लेकिन प्रत्येक कर्मचारी यह जरूर पता लगा लेता है कि वह कंपनी के सिस्टम में फिट होता है या नहीं।
यदि कोई व्यक्ति चाहे वह कितना भी कुशल हो कंपनी के सिस्टम में फिट नहीं होता तो कंपनी के सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। दूसरी तरफ उसकी अपनी कार्यशैली और कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है। एम्पलाई और एंपलॉयर दोनों को नुकसान होता है। इस से अच्छा है कि वह अपने लिए अपने जैसी कंपनी और हम अपने लिए अपने जैसा एम्पलाई सर्च करें।
जब कोई कर्मचारी इस्तीफे का फैसला लेता है तो वह हर दृष्टिकोण से वैल्यूएशन कर चुका होता है। हम 10% एक्स्ट्रा सैलरी इसलिए देते हैं, क्योंकि उसने हमारी कंपनी का ऐसा वैल्यूएशन किया जो हम नहीं कर सकते थे। हमने उसे अप्वॉइंट कर लिया था लेकिन उसने यह पता लगाया कि वह अपने जॉब के साथ जस्टिस नहीं कर पाएगा।