भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के मध्य प्रदेश के 15 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके कारण नदी नालों में बाढ़ आ सकती है। जनजीवन प्रभावित हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम की यही स्थिति 19 सितंबर तक बनी रह सकती है। बादल तेजी से उत्तर प्रदेश की तरफ जा रहे हैं परंतु लगातार बरसात भी कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में कई बार पूर्वानुमान गलत भी हो जाते हैं। नागरिकों का सावधान रहना जरूरी है।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान- 15 जिलों के लिए येलो अलर्ट
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार बालाघाट, रायसेन, सीहोर, राजगढ, बैतूल, खरगौन, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, दतिया एवं भिण्ड जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। उपरोक्त जिलों के कुछ इलाकों में 115 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। इसके कारण जनजीवन प्रभावित होगा और नदी नालों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है यानी सावधान रहें और मौसम को ध्यान में रखकर अपनी योजना बनाएं।
मध्य प्रदेश के किन जिलों में वज्रपात का खतरा
उपरोक्त जिलों के अलावा इंदौर, उज्जैन, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल एवं सागर संभाग के सभी जिलों में तथा छिंदवाडा एवं बालाघाट जिलों में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होगी लेकिन वज्रपात का खतरा है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। बादलों की गर्जना होने पर स्वयं को वज्रपात से सुरक्षित करें।
मध्य प्रदेश मौसम समाचार- कहां कितनी बारिश हुई
पिछले 24 घन्टों के दौरान प्रदेश के रीवा, जबलपुर, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर तथा शहडोल संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।
वर्षा के प्रमुख आंकडे (सेमी मे):- ब्यावरा 18 जीरापुर, सांवेर 10 मोमनबडोदिया, सोनकच्छ, देवास, रावटी, ओरछा 9, भितरवार, राघौगढ, नरसिंहगढ 7, लिधौरा, सीहोरा, उमरियापान, राहतगढ, टोंकखुर्द, गुलाबगंज 6 सेमी।