आजाद अध्यापक शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रांत अध्यक्ष भरत पटेल के नेतृत्व में पुरानी पेंशन के लिए आर या पार की लड़ाई लड़ने घर से निकले खंडवा के 157 शिक्षक राजधानी भोपाल में प्रदर्शन करना तो दूर, प्रवेश तक नहीं कर पाए। उल्टा जिला शिक्षा अधिकारी ने बिना अनुमति हड़ताल में शामिल होने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए।
खंडवा के जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे 157 महिला एवं पुरुष शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए बताया है कि इस प्रकार से हड़ताल में शामिल होना मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 (1)(2)(3) तथा नियम 6 एवं 7 के विपरीत होकर कद आचरण की श्रेणी में आता है। एवं ऐसे कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाती है।
उल्लेखनीय है कि आजाद अध्यापक शिक्षक संघ द्वारा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विधानसभा सत्र के पहले दिन दिनांक 13 सितंबर 2022 को ऐतिहासिक आंदोलन की शुरुआत करने का ऐलान किया गया था। दावा किया था कि 75000 शिक्षकों ने हड़ताल में जाने के लिए छुट्टी के आवेदन दिए हैं। यह भी दावा किया था कि शिक्षकों के परिवार वालों ने तिलक लगाकर रवाना किया है और कहा है कि पुरानी पेंशन लेकर ही वापस आना। जबकि भोपाल शहर की सीमा के बाहर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों की संख्या 1000 से अधिक नहीं थी।
अनिश्चितकालीन हड़ताल तो दूर की बात। राजधानी भोपाल में प्रवेश तक नहीं किया। कहा गया कि भरत पटेल को नजरबंद किया गया है परंतु कहां और किसने किया, नहीं बताया गया। कुल मिलाकर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के नेताओं के प्रभाव में आकर सैकड़ों शिक्षक डिपार्टमेंटल एक्शन की रेंज में आ गए।