मध्यप्रदेश में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने नई संभावनाओं का लाभ उठाने के लिए सक्रियता बढ़ा दी है। पंजाब राज्य में मिली जीत के बाद आम आदमी पार्टी के प्रति मध्यप्रदेश में सकारात्मक स्थिति बनी है। कांग्रेस पार्टी की निष्क्रियता के कारण भी लोग अरविंद केजरीवाल की सक्रियता चाहते हैं।
पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अतिथि शिक्षकों एवं संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की बात की। उन्होंने कहा कि जहां भी उनकी सरकार बनेगी, वह अस्थाई कर्मचारियों को परमानेंट कर देंगे। मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा बेरोजगार कर दिए गए दो लाख से ज्यादा अतिथि शिक्षकों में अरविंद केजरीवाल के बयान से उम्मीद जग गई है। पिछले दिनों मध्य प्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके उम्मीदवारों ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय में संपर्क किया।
इस सब से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में वॉलिंटियरिंग शुरू कर दी है। पार्टी का कहना है कि फिलहाल पूरे मध्यप्रदेश में 60,000 कार्यकर्ता रजिस्टर्ड है। अब तीन कार्यकर्ताओं के रजिस्ट्रेशन का अभियान शुरू किया गया है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी ने सभी 230 विधानसभा सीटों पर अच्छी छवि वाले और उच्च शिक्षित प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है।
स्थानीय निकाय के चुनाव से पार्टी के नेताओं में उत्साह बढ़ा
हाल ही में प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनावों सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की रानी अग्रवाल महापौर चुनी गई हैं। यहां पर पांच पार्षद भी इसी पार्टी के हैं। इसके अलावा पूरे प्रदेश में 45 पार्षद भी नगर निगम और नगर पालिकाओं में इस पार्टी से जीते हैं। करीब 90 सीटों पर पार्षद पद में दूसरे नंबर पर आप रही हैै। भोपाल और बैरसिया में भी तीन वार्डों में आप प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे।