उत्तर प्रदेश सहित भारत के कुछ इलाकों से आसमान में तारों की एक ट्रेन जैसी आकृति दिखाई दी। एक के पीछे एक कई तारे, जैसे किसी यात्रा पर जा रहे थे। इसके साथ ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। लोग अपने अनुमान और अनुभव के आधार पर इसके बारे में वर्णन कर रहे हैं। आइए अपन किसी एक्सपर्ट से पूछते हैं, आसमान में अचानक इस प्रकार की आकृति क्यों दिखाई दी।
डॉ चंद्रमोहन, नोडल अधिकारी पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय बताते हैं कि यह अमेरिकी उद्योगपति श्री एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा छोड़ा गया स्टार लिंक सेटेलाइट है। जिसमें 60 उपग्रह एक साथ आगे पीछे क्रम से छोड़े गए हैं। प्रत्येक उपग्रह की दूरी 1 किलोमीटर है और सभी की गति समान है। इसलिए ये अंतरिक्ष में उड़ती ट्रेन की भांति नजर आता है।
स्पेसएक्स ने दावा किया है कि यह आने वाले समय में पूरी दुनिया को तीव्रतम इंटरनेट सुविधा उपलब्ध करवायेगा और बहुत से मानव उपयोगी प्रयोगों को सफल बनायेगा। साथ ही नई वैज्ञानिक खोजों में सहायता करेगा। साथ ही साथ सम्पूर्ण पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी प्रकार के संसाधनों और मौसमी प्रणालीयों के बारे जानकारी और अन्य वातावरण घटनाएं की जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा।
कुल मिलाकर यह कोई एलियंस के विमानों की रैली नहीं। कोई दूसरी अज्ञात शक्तियां भी नहीं है बल्कि पूर्व निर्धारित घटनाक्रम है जिसका भारत के हिंदी और दूसरी भाषा के क्षेत्रों में शायद ज्यादा प्रचार नहीं हुआ। आने वाले दिनों में इस प्रकार की आकृतियां देखने को मिलेगी।