मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लोग नगर निगम की व्यवस्थाओं से काफी नाराज हैं। सड़कें खराब हो चुकी है। स्ट्रीट लाइट बंद पड़ी हुई है। नगर निगम के अधिकारियों से बात करो तो कहते हैं कि बरसात का मौसम खत्म होने के बाद ही काम शुरू करेंगे।
राजधानी भोपाल के कई लोगों ने खराब सड़कें और स्ट्रीट लाइट को लेकर सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है। कुछ शिकायतें खराब ड्रेनेज सिस्टम को लेकर भी हुई है। राजधानी के कुछ प्रबुद्ध नागरिक और मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच रखने वाले लोगों ने भी भोपाल की स्थिति को लेकर चिंता जताई है। लोग सड़कों पर उतरने लगे हैं।
प्रभातसिटी फेज-2 में रहने वाले लोगों ने गोविंदपुरा विधायक श्रीमती कृष्णा गौर को अपनी समस्याओं के बारे में बताया और समर्थन की मांग की। पब्लिक का कहना है कि यदि बारिश के 4 महीने भोपाल नगर निगम अच्छी सड़कें और स्ट्रीट लाइट नहीं दे सकता तो उसे 4 महीने का टैक्स माफ कर देना चाहिए।
एडवोकेट अजय कुमार का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित किया जा चुका है कि खराब सड़क के कारण यदि कोई हादसा होता है तो उसके लिए नगर निगम जिम्मेदार होगा। भारत की सभी जिला अदालतों को यह जानकारी दी गई है कि यदि इस तरह के मामले आते हैं तो उन्हें सुनवाई के लिए स्वीकार करें।