मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के 76 गांव में जल्द ही प्रॉपर्टी के दाम बढ़ेंगे क्योंकि इनके खेतों में सिंचाई के लिए केरवा डैम का पानी पहुंचने वाला है। ₹910000000 की मंजूरी दी जा चुकी है और 190 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। उम्मीद है विधानसभा चुनाव से पहले पाइपलाइन बिछा दी जाएगी।
भोपाल जिले के इन गांवों को मिलेगा फायदा
आमला, अमरपुरा, अमरावतकलां, बड़झिरी, बकानिया, बंदोरी, बरखेड़ा नाथू, बरखेड़ा सालम, बावड़ीखेड़ा, बेरखेड़ी बाजयाफ्त, भानपुर, भोजनगर, बोरदा, बोरखेड़ी, छापरी, देहरियाकलां, धामनिया, दुबड़ी, फतेहपुर डोबरा, गोल, हथाईखेड़ा, ईटखेड़ी छाप, जाटखेड़ी, झागरिया खुर्द, कजलास, कलखेड़ा, कालापानी, कल्याणपुर, खड़ बमुलिया, खजूरीसड़क, खामलाखेड़ी, खांडावड, खारखेड़ी, खारपा, खारपी, खेतलाखेड़ी, खोकरिया, खुरचनी, कौड़ी, कोड़िया, कोटरा, कुशलपुरा, लखापुर, महाबड़िया, महुआखेड़ा, मालीखेड़ी, मेंडोरा, मेंडोरी, मिट्ठूखेड़ी, मुंडला, मुगालिया छाप, नांदनी, नरेला, फंदाकला, फंदाखुर्द, पिपलिया धाकड़, पिपलिया रानी, रसूलिया पठार, रसूलिया घाट, रसूलिया गोसाई, रतनपुर, रातीबड़, साइस्ता खेड़ी, समसपुरा, सरवर, सेमरी बाजयाफ्त, सेवनिया, शोभापुर, सिकंदराबाद, सुरैया नगर, टीला खेड़ी, थुआखेड़ा और तूमड़ा।
विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि केरवा बांध के पानी को गांव तक पहुंचाने के लिए 43 टंकियों का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने दावा किया है कि अगले 24 महीने में यह काम पूरा हो जाएगा। विधायक शर्मा ने बताया, 50 हजार से ढाई लाख लीटर की 14 नई एवं 29 पुरानी टंकियों को योजना में शामिल किया गया है। इंटकवेल के साथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी लगाया जाएगा।