मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में नवरात्रि महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले गरबा डांडिया कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। मध्यप्रदेश शासन की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के निर्देश के बाद कलेक्टर भोपाल ने गाइडलाइन जारी कर दी है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लगभग 900 पंडाल सजाए जा रहे हैं। लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। नवरात्रि महोत्सव एक धार्मिक कार्यक्रम है अतः शांतिपूर्वक और हर्षोल्लास के साथ कार्यक्रम संपन्न हो इसलिए कलेक्टर ने गाइडलाइन जारी कर दी है। गरबा आयोजकों को इस बात के लिए पाबंद किया गया है कि वह गरबा में प्रवेश करने वाले सभी लोगों से उनका सरकारी आईडी प्रूफ कलेक्ट करें।
गरबा डांडिया- धार्मिक कार्यक्रम है, सांस्कृतिक नहीं इसलिए मान्यताएं लागू
आचार्य उमाकांत का कहना है कि गरबा डांडिया एक धार्मिक कार्यक्रम है। माता को प्रसन्न करने के लिए भजन गाए जाते हैं और उन पर नृत्य किया जाता है। संगीत में भव्य आरती का आयोजन किया जाता है। आचार्य मकान का कहना है कि गरबा में फिल्मी धुन और फिल्मी गानों को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में केवल माता के भक्ति प्रवेश कर सकते हैं। प्रवेश द्वार पर प्रत्येक व्यक्ति के माथे पर तिलक लगाया जाना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति माता के चरणों में माथा टेक कर ही आगे बढ़ सकेगा, ऐसे प्रबंध किए जाने चाहिए।