मध्य प्रदेश कांग्रेस में मीडिया विभाग के वाइस प्रेसिडेंट नरेंद्र सलूजा के नाम ग्वालियर पुलिस का नोटिस जारी होने के बाद, उनके माथे पर चिंता की लकीरें देखी गई। मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने बयान जारी करके उनका बचाव करने की कोशिश की है।
श्री मिश्रा ने आज PCC से जारी बयान में लिखा है कि मीडिया टीम के उपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सलूजा के खिलाफ ग्वालियर पुलिस की अपराध शाखा द्वारा जारी नोटिस को बदले की भावना, सत्ता के दुरुपयोग व बुलंद आवाज बन्द करने का कभी भी पूरा न कर पाने वाला अक्ष्म्य, घृणित प्रयास बताया है।
नरेंद्र सलूजा के समर्थन में कांग्रेस पार्टी प्रदर्शन करेगी
मिश्रा ने कहा कि एक सोशल मीडिया समूह में डाली गई एक पोस्ट जो तुरंत डिलिट भी कर दी गई थी, जिसमें ग्वालियर के किसी भाजपा नेता का नाम भी नहीं था, उसे आधार बना कर श्री सलूजा के विरुद्ध यह एक साजिश रची गई है, ताकि भाजपा की असलियत उजागर करने वाले चिन्हित चेहरों की जुबान बन्द की जा सके। सत्ता के इस प्रकार के हर दुरुपयोग का पार्टी एकजूटता के साथ मैदानी व कानूनी जवाब देगी।
होटल रामाया के मालिक को क्यों नहीं पकड़ती पुलिस: केके मिश्रा
ग्वालियर पुलिस की राजनैतिक सक्रियता पर भी हमला बोलते हुये मिश्रा ने कहा कि यदि श्री सलूजा को लेकर पुलिस प्रशासन यदि इतना मुस्तैद है तो अभी तक वह बलात्कारी भाजपा नेता व अतिक्रमणकारी होटल रामाया के मालिक राम निवास शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाया है?।
मामला क्या है, ग्वालियर पुलिस ने सलूजा को नोटिस
भारतीय जनता पार्टी महानगर ग्वालियर ने पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को 27 अगस्त 2022 को लिखित शिकायत के माध्यम से निवेदन किया गया था कि मध्य प्रदेश काग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेन्द्र सलूजा ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जयप्रकाश राजौरिया की राजनैतिक छवि और उनकी साख को धूमिल करने की नियत से एक झूठी ऑडियो वायरल किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए इसकी जांच के आदेश जारी शुरू करवा दी। पुलिस विभाग ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेन्द्र सलूजा को मय तथ्य मोबाइल के साथ 5 सितम्बर 2022 को ग्वालियर में उपस्थित रहने को कहा गया है। यह ऑडियो नगर निगम चुनाव के समय वायरल हुआ था।