छत्तीसगढ़ के राज्य की राजधानी रायपुर में शनिवार को बड़ी विकट स्थिति बन गई। हजारों सरपंच मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए आगे बढ़ने लगे। सप्रे स्कूल के पास पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की। डेढ़ घंटे तक हंगामा चलता रहा और सीएम हाउस तनाव में था।
₹2000 में सरपंच का घर कैसे चलेगा: प्रदेशाध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने पूछा
छत्तीसगढ़ राज्य में 11000 से अधिक ग्राम पंचायतें हैं। सरपंच संघ के प्रदेशाध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने बताया कि सरपंच बनने के बाद सरकार की ओर से 2000 रुपये मानदेय मिलता है। यह सरपंचों का अपमान है। मानदेय इतना कम है कि इसमें घर चलाना मुश्किल है। कई सरपंच कर्ज लेकर घर चला रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में प्रदर्शन कर रहे सरपंचों की 13 मांगे
सरपंच संघ 13 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें सरपंचों का मानदेय राशि 20 हजार और पंचों का पांच हजार रुपये करने, सरंपचों को आजीवन 10 हजार रुपये पेंशन देने, 50 लाख रुपये तक के सभी कार्य में कार्य एजेंसी ग्राम पंचायत को ही बनाए जाने, सरपंच निधि में राज्य सरकार की ओर से ग्राम पंचायत को प्रतिवर्ष 10 लाख रुपये दिए जाने समेत अन्य मांग शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में सरपंच अपनी मांग पर डटे, तनाव बरकरार
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तनाव बरकरार है। मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने घेराव करने आए सरपंच संघ के नेताओं से मुलाकात की और ज्ञापन लिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री के समक्ष ज्ञापन को प्रस्तुत किया जाएगा लेकिन सरपंच उनकी बात मानने को तैयार नहीं है। हजारों सरपंच धरना दे रहे हैं और राजधानी में डटे हुए हैं।