नई दिल्ली। स्कूलों की अच्छी बिल्डिंग तो कोई भी सरकार बना सकती है। अपने राज्य के बोर्ड में ऐसी पॉलिसी बना सकती है कि बच्चों को अच्छे नंबर मिले लेकिन यदि प्रतियोगी परीक्षाओं में सरकारी स्कूलों के बच्चे बिना कोचिंग के रैंक करते हैं तो इसे सफलता कहते हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 1141 बच्चों ने इस साल नीट और जी जैसी कठिन परीक्षाएं पास की है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों के हमारे बच्चे सपने भी देखते हैं और उन्हें पूरा भी करते हैं। इस साल सरकारी स्कूलों के 1141 बच्चों ने NEET और JEE की परीक्षा में परचम लहराया है, आज उन सभी बच्चों से मिला, भविष्य में कोई इंजीनियर बनेगा तो कोई डॉक्टर। यही बच्चे भारत को नम्बर-1 बनाएँगे। श्री केजरीवाल JEE और NEET परीक्षा में इतिहास रचने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों के साथ संवाद कर रहे थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के इन बच्चों ने NEET और JEE की परीक्षा पास की है। किसी के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो किसी ने विपरीत परिस्थितियों में यहाँ तक का सफ़र तय किया। इन बच्चों को सुनिए, क्या ग़ज़ब का आत्मविश्वास और जीवट है इनका। हमारे यही बच्चे देश का भविष्य हैं।
उन्होंने NEET और JEE में परचम लहराने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों से अपील की है कि-
जो बच्चे डॉक्टर बनेंगे वो ग़रीब मरीज़ों का इलाज फ़्री में करें।
जो इंजीनियर बनेंगे वो 5-10 ग़रीब बच्चों को पढ़ाने में मदद करें।
देश की तरक़्क़ी में अपना योगदान ज़रूर दें।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के इन बच्चों ने NEET और JEE की परीक्षा पास की है। किसी के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी तो किसी ने विपरीत परिस्थितियों में यहाँ तक का सफ़र तय किया।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 16, 2022
इन बच्चों को सुनिए, क्या ग़ज़ब का आत्मविश्वास और जीवट है इनका। हमारे यही बच्चे देश का भविष्य हैं। pic.twitter.com/CPm4RJGOtd