दिल्ली एनसीआर (नोएडा) में रहने वाली महिला सोनिया सोनवाल को मध्य प्रदेश पुलिस ने उसके घर से हिरासत में लिया और अपने साथ ले गई। भिंड पुलिस ने सोनिया की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। पुलिस ने बताया कि सोनिया के पति को जून 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था तभी से सोनिया की तलाश की जा रही थी। वह नोएडा में अपनी बहन की आईडी कार्ड पर रह रही थी।
जीवन साथी डॉट कॉम के जरिए भिंड की लड़की को जाल में फंसाया
डेढ़ साल पहले भिंड शहर के गर्ल्स स्कूल गली निवासी 26 साल की युवती की जीवन साथी डॉट कॉम पर हिमांशु राजपूत से जान-पहचान हुई थी। हिमांशू ने उसे बताया था कि वह लंदन में रहता है। दोनों के बीच कुछ समय तक औपचारिक बातचीत होती रही और फिर जब युवती, हिमांशु की बातों से आकर्षित होने लगी तब हिमांशु ने उसे बताया कि वह उससे मिलने के लिए 2 मई 2021 को दिल्ली आ रहा है।
लड़कियों की संवेदनशीलता और सहानुभूति का फायदा उठाते हैं ठग
3 मई 2021 को युवती के पास सोनिया का फोन आया। उसने खुद को नई दिल्ली एयरपोर्ट से एयरपोर्ट इमीग्रेशन डिपार्टमेंट से होना बताया। सोनिया ने कहा कि हिमांशु राजपूत के पास 35 हजार पाउंड पकड़े गए हैं। उसने (हिमांशु) बताया है कि वे इंडिया में सिर्फ आपको जानते हैं। हिमांशु को छुड़ाने के लिए पैसे जमा कराने होंगे। युवती हिमांशु में अपने भावी पति को देख रही थी। इसलिए उसने मांगे गए पैसे बताए गए बैंक अकाउंट में जमा करा दिए।
सोनिया सोनवाल जून 2021 फरार थी, पल्लवी बन गई थी
3 मई से 5 मई तक हिमांशु ने अलग-अलग बहाने बनाकर युवती से 4 लाख 66 हजार रुपए ठग लिए। 15 जून 2021 को भिंड पुलिस ने हिमांशु को नोएडा से दबोचा। जब पूछताछ की तो उसका असली नाम जोन जूलियस निकला। बाद में 5 अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए गए। जोन जूलियस की पत्नी पल्लवी उर्फ सोनिया सोनवाल की लंबे समय से तलाश थी।
दरवाजे पर आई पुलिस को भी गुमराह किया
पति के पकड़े जाने के बाद सोनिया ने नोएडा में जगह बदल दी थी। वो नए ठिकाने पर सुरक्षित तरीके से रह रही थी। इधर, भिंड पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस को सुराग लगा। जब पुलिस पहुंची तो पता चला कि सोनिया वहां पल्लवी के नाम से रह रही थी। दबिश दी तो पहले सोनिया ने पुलिस को गुमराह किया। हालांकि, ज्यादा देर तक पुलिस के सामने उसका झूठ नहीं टिक सका। वह अपनी पहचान छिपाकर बहन पल्लवी के नाम की आईडी कार्ड से यहां रह रही थी।
बैंक खाते खरीदने बेचने का काम करती थी
बताया जा रहा है कि सोनिया सोनवाल सीधे लोगों के बैंक खाते 10 से 20 हजार रुपए में खरीद लेती थी। साथ ही इन खातों को वह फ्रॉड करने वाले नाइजीरियन को एक से डेढ़ लाख रुपए में बेच देती थी। सोनिया के कब्जे से पुलिस को दो पासपोर्ट, चार मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, एक पैन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस और दो आधार कार्ड मिले हैं।
जीवन साथी तलाशने वाली लड़कियों को कैसे-कैसे ठगा जाता है पढ़िए
नाइजीरियन कपल और उसकी गैंग मैट्रिमोनियल साइट्स पर कुंवारे लड़के-लड़कियों को टारगेट करते थे। खुद को NRI बताकर दोस्ती करते। जान-पहचान जब बढ़ जाती तो कहते कि वे मुलाकात के लिए इंडिया आ रहे हैं। जिस दिन इंडिया आने की तारीख बताते, उसी दिन कस्टम ऑफिसर बनकर विक्टिम को फोन करते। कहते- आपके पहचान वाले को कस्टम ड्यूटी नहीं चुकता करने पर पकड़ लिया है।
उनके पास विदेशी मुद्रा और सामान हैं। इसका टैक्स जमा नहीं किया गया, यह इंडिया में आपको पहचानने की बात कह रहे हैं। यदि आप टैक्स जमा कर सकती/सकते हो, तो कर दो। अन्यथा इनका वीजा, पासपोर्ट ब्लॉक कर दिया जाएगा। यह 10 साल तक इंडिया नहीं आ सकेंगे। ऐसे में विक्टिम बातों में आकर रुपए दे देते थे।