दुनिया की सबसे प्रभावशाली महिला महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हर रोज कई लोगों से मिलती थीं और कई बार कुछ ऐसा भी होता था जो उन्हें अच्छा नहीं लगता था परंतु फिर भी महारानी एलिजाबेथ कभी गुस्सा नहीं होती थीं। एक और खास बात है। VVIP लोग अपने हाथ में मोबाइल भी लेकर नहीं चलते लेकिन दुनिया की सबसे वीआईपी महिला महारानी एलिजाबेथ हमेशा एक हैंड बैग लेकर चलती थीं। आइए जानते हैं इन दोनों बातों का क्या रहस्य है और क्या इन दोनों के बीच में कोई कनेक्शन भी है:-
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के हैंडबैग का रहस्य
इंटरनेट पर सर्च करके देख लीजिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय आपको गुस्से में दिखाई नहीं देंगी। उम्र के साथ उनकी विनम्रता और चेहरे पर हल्की मुस्कान उम्र के साथ लगातार बढ़ती गई। इसका एक बड़ा कारण उनका हैंडबैग भी था। इसके माध्यम से वह अपने स्टाफ को संकेतों के आधार पर आदेश और निर्देश जारी करती थीं। उनका हैंडबैग हमेशा बाएं हाथ में होता है। यदि किसी से मुलाकात के समय उन्होंने हैंडबैग लेफ्ट से राइट हैंड पर शिफ्ट किया तो इसका अर्थ होता था कि अब उन्हें इस व्यक्ति से बात नहीं करनी।
उनका स्टाफ विनम्रता पूर्वक उन्हें किसी आवश्यक कार्य के लिए बुलाने आ जाता है। हैंडबैग को जमीन पर रखकर वह स्टाफ को आदेशित करतीं थीं कि कार्यक्रम 5 मिनट में समाप्त करो। ऐसे और भी बहुत सारे संकेत थे। यही कारण है कि महारानी एलिजाबेथ के हाथ में जीवन भर हैंडबैग दिखाई दिया।
एलिजाबेथ कितने देशों की महारानी थीं
सामान्य ज्ञान के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि एलिजाबेथ द्वितीय कितनी शक्तिशाली थीं। एलिज़ाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी थीं। राष्ट्रमंडल की प्रमुख थीं। अब महाराजा चार्ल्स होंगे।