मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के लोगों को चंबल नदी का पानी पिलाया जाएगा। यह घोषणा आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। यहां उल्लेख करना प्रासंगिक है कि भारतीय शास्त्रों एवं पौराणिक कथाओं में चंबल नदी के पानी को मनुष्यों के लिए वर्जित बताया गया है। बताया गया है कि चंबल नदी का का उद्गम बलि चढ़ाई गई जानवरों की हड्डियों से बने हुए पहाड़ पर है। यह भी कहा जाता है कि लगातार चंबल नदी का पानी पीने से मनुष्य में हिंसा की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। यही कारण है कि चंबल नदी के नजदीक बसे इलाकों में क्राइम रेट सबसे ज्यादा होता है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान की ग्वालियर के लिए घोषणाएं
- 926 कराेड़ की लागत से चंबल नदी व काेतवाली बांध से पानी लाएंगे।
- एलिवेटेड राेड का दूसरा फेस राज्य सरकार स्वीकृत करेगी।
- एक हजार बिस्तर के अस्पताल का शुभारंभ इसी साल हाेगा।
- चंबल के बीहड़ाें में अब शानदार एक्सप्रेस वे तैयार हाे रहा है, दाेनाें तरफ इंवेस्टर कारिडाेर हाेंगे।
- फूलबाग से किले तक राेप-वे की स्वीकृति।
- ग्वालियर शहर में दो फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी के मुख्य आतिथ्य में ग्वालियर में आयोजित ₹1128 करोड़ की लागत की 7 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित ग्वालियर के नागरिकों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंच पर उपस्थित थे।