इन्दौर। उच्च एवं माध्यमिक स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 सहित अन्य शासकीय नौकरियों को समय पर पूर्ण कराने के लिए प्रदेश के सैकड़ो शिक्षित बेरोज़गारों दीनदयाल पार्क के सामने राष्ट्रीय शिक्षित युवा संघ (एनइवाईयू) के नेतृत्व में सात दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
धरने के दूसरे दिन गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे समस्त अभ्यर्थियों द्वारा दीनदयाल पार्क से रैली निकालते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम महोदय को ज्ञापन पत्र सौंपा गया जिसमें स्थाई शिक्षक भर्ती में पदवृद्धि के अलावा एमपीपीएससी, पुलिस, पटवारी, असिस्टेंट प्रोफेसर सहित अन्य सभी भर्तियों को शीघ्र कराने की मांग की गई। साथ ही साथ चेतावनी दी गई है कि अगर समय पर मांगें पूर्ण नहीं होती है तब समस्त शिक्षित बेरोज़गार इंदौर से पैदल मार्च करते हुए भोपाल पहुंचकर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू करेंगे।
शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ से रंजीत गौर, आशा पटेल,आकांक्षा जैन,राजकेश,सिद्धांत कुमार, जितेंद्र रावत,मुकेश मंडलोई सहित अन्य अभ्यार्थियों ने बतलाया कि शिक्षक भर्ती में अभी तक नाम मात्र के अभ्यर्थियों को नियुक्तियां प्रदान की गई हैं। जबकि सन 2018 में स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 62,000 शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी। ओबीसी वर्ग से चयनित अभ्यार्थियों ने भी प्रदर्शन में सम्मिलित होकर अपने लिए नियुक्ति पत्र की मांग की।
27% आरक्षण के चलते स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा उच्च माध्यमिक शिक्षक के 5 विषयों को होल्ड कर दिया गया है जिससे पात्र अभ्यर्थी चयनित होने के बावजूद भी आज शिक्षक भर्ती से बाहर हैं।
पदवृद्धि के साथ द्वितीय काउंसलिंग की मांगों को लेकर कई बार अधिकारियों व शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ज्ञापन पत्र सौंपे गए परंतु हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला है इसलिए फिर से पात्र अभ्यर्थी विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं।
इससे पहले भी राजधानी भोपाल में कई बार धरना प्रदर्शन किए जा चुके हैं। हिंदी, उर्दू ,विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कृषि, भूगोल, समाजशास्त्र, संस्कृत व राजनीति विज्ञान आदि बिषयों में रिक्त पद कम दर्शाने से पात्र अभ्यर्थियों में आक्रोश अधिक दिखाई दे रहा है।
पात्र अभ्यर्थियों की मांग है कि शिक्षक भर्ती की अगली काउंसलिंग में प्रथम चरण के उपेक्षित विषयों के रिक्त पदों में वृद्धि के साथ भर्ती पूर्ण की जाए साथ ही साथ चयन सूची में जो नामों की पुनरावृति की जा रही है उस पर रोक लगाई जाए।
ज्ञात हो कि स्कूल शिक्षा एवं जनजाति कार्य विभाग द्वारा उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2018 से चल रही है परंतु अभी तक पूरी नहीं हुई है और स्कूल शिक्षा एवं जनजाति विभाग द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को अक्टूबर से शुरू करने की बात कही जा रही है।