मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्यवाही करते हुए पुलिस विभाग के कर्मचारी ईश्वर योगी को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने एक बेरोजगार युवक को यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलाने के लिए ₹800000 की मांग की थी।
यह अपने आप में एक अलग तरह का मामला है। 91 अरण्य नगर स्कीम नंबर 78 में रहने वाले राजेंद्र ठाकुर के बेटे योगेश ठाकुर ने लोकायुक्त पुलिस को बताया कि उसकी पहचान ईश्वर नाथ योगी से हुई थी। जिसने अपना परिचय 34 वी वाहिनी , बी कंपनी धार में होना बताया था। योगेश ने बताया कि वह बेरोजगार है और सरकारी नौकरी की तलाश कर रहा है।
शिकायत के अनुसार ईश्वर नाथ में उसे यूनिवर्सिटी में या फिर SSC EXAM के जरिए नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया और इसके लिए 800000 रुपए की मांग की। शिकायतकर्ता ने पैसे नहीं दिए बल्कि लोकायुक्त पुलिस से ईश्वर नाथ की शिकायत कर दी। पुलिस ने आरक्षक ईश्वरनाथ को शिकायतकर्ता योगेश से डेढ़ लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले की कहानी थोड़ा कंफ्यूज करती है क्योंकि पुलिस आरक्षक ईश्वर नाथ योगी ऐसे किसी भी पद पर नहीं है, जहां से यूनिवर्सिटी में भर्ती अथवा SSC की परीक्षा में किसी उम्मीदवार को अतिरिक्त लाभ पहुंचाया जा सके। दूसरी बात यह कि आरोपी आरक्षक ने शिकायतकर्ता पर रिश्वत के लिए दबाव नहीं बनाया और रिश्वत के बिना उसका कोई काम नहीं रुका था।