भोपाल। मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले का रहने वाला 21 वर्षीय लड़का राजा बाबू सिंह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ सुसाइड करने के लिए इंदौर से भोपाल आया। गर्लफ्रेंड का हाथ पकड़ के ट्रेन से टकराया। लड़की की मौत हो गई लेकिन लड़का बच गया। अस्पताल में भर्ती है, बाहर पुलिस खड़ी है। अस्पताल से छुट्टी होते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कृपया अंत तक पढ़िए कि ऐसा क्यों होगा:-
यह दो जाति के बच्चों के बीच हुई एक ऐसी लव स्टोरी है जिसके बारे में सब जानते हैं। दोनों को प्यार हुआ लेकिन परिवारों ने मंजूर नहीं किया क्योंकि जातियां अलग-अलग थी। दोनों ने तय किया कि साथ जीवन नहीं बिता सकते तो फिर साथ में मर तो सकते हैं। लड़का इंदौर में प्राइवेट जॉब करता था। लड़की भी अशोक नगर की रहने वाली है। 2 महीने पहले अपने भैया भाभी के साथ भोपाल आ गई थी।
फैसला करने के बाद लड़का इंदौर से भोपाल आया। लड़की उसका इंतजार कर रही थी। दोनों सुखी सेवनिया इलाके में रेलवे ट्रैक पर जाकर खड़े हो गए। ट्रेन आई और दोनों को टक्कर मारते हुए निकल गई। जब पुलिस पहुंची तब लड़की की मृत्यु हो चुकी थी परंतु लड़का गंभीर रूप से घायल था। पुलिस ने उसकी जान बचाई। अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज भी करवा रही है लेकिन जैसे ही वह ठीक हो जाएगा उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दरअसल लड़की की उम्र 17 वर्ष थी। IPC (भारतीय दंड संहिता) एवं पोस्को एक्ट के अनुसार 18 वर्ष से कम आयु की लड़की को यदि कोई व्यक्ति उसके माता-पिता की अनुमति के बिना अपने साथ कहीं ले जाता है तो उसे अपहरण माना जाता है। फिर चाहे लड़की अपनी मर्जी से ही क्यों ना उसके साथ गई हो। इस केस में पुलिस ने लड़के के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया है। कृपया ध्यान दें कि यदि लड़की माता-पिता की अनुमति के बिना किसी लड़के के साथ फिल्म देखने जाती है तब भी इसे अपरहण माना जाएगा।
18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कानून अबोध मानता है। यानी जिन्हें सही और गलत का बोध नहीं होता। ऐसी स्थिति में यदि वह किसी अपराध में शामिल होते हैं तो यह माना जाता है कि उनके साथ मौजूद वयस्क व्यक्ति द्वारा उन्हें उकसाया गया है। इस मामले में घायल लड़के के खिलाफ लड़की को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।