जबलपुर। बेकाबू कार से स्कूल के मासूम विद्यार्थियों को बचाते हुए ऑन ड्यूटी शहीद हुए शिक्षक स्वर्गीय जय प्रकाश मेहरा के आश्रितों को ₹5000000 मुआवजे की मांग तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा की गई है। इसके साथ ही उनके आश्रित को तत्काल अनुकंपा नियुक्ति की मांग भी की गई है। सनद रहे कि शिक्षा विभाग में Bed और पात्रता परीक्षा पास किए बिना अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जाती।
मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर श्री जयप्रकाश मेहरा सहायक शिक्षक द्वारा साक्षरता रैली निकाली जा रही थी। वो अपने कर्त्तयों का पालन कर रहे थे। रैली के दौरान एक सड़क हादसे में उनकी असमय मौत हो गई। शिक्षक दिवस के अवसर पर श्री जयप्रकाश मेहरा को जिला कि राज्य स्तरीय उत्कृष्ट शिक्षक का सम्मान भी प्राप्त हुआ था।
श्री मेहरा अपने परिवार में अकेले ही कमाने वाले सदस्य थे, उनकी असामयिक मृत्यु से परिवार पर गहरा वज्रघात एवं आर्थिक संकट आन पडा है आर्थिक संकट दूर करने के लिए समस्त क्लेम का भुगतान का समय पर किए जाये।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, योगेन्द्र मिश्रा, प्रकाश मिश्रा, आलोक अग्निहोत्री, मनीष चौबे, बृजेश मिश्रा, आशुतोष तिवारी, डॉ0संदीप नेमा, श्रीराम झारिया, सुरेन्द्र जैन, श्यामनारायण तिवारी, सुभसंदेश सिंगौर, प्रमोद वर्मा, मनोज सेन, नेरन्द्र शुक्ला, विनय नामवेदव, धीरेन्द्र सोनी, मो0 तारिख, गणेश उपाध्याय, महेश कोरी, विष्णु पाण्डे, संतोष तिवारी, राकेश दुबे, सुदेश पाण्डे आदि ने माननीय मुख्य मंत्री मध्यप्रदेश शासन से मांग की शासन अपने कर्तव्य का पालन करते हुए साक्षरता रैली के दौरान सड़क हादसे में मृत शिक्षक के आश्रित परिवार को रू 50 लाख का मुआवजा तथा परिवार के एक सदस्य को बंधन रहित अनुकम्पा नियुक्ति एक माह की अवधि में दी जावे।