ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित JU(जीवाजी विश्वविद्यालय) को सभी गाइडों ने खाली सीटों की जानकारी नहीं दी है। इस कारण सितंबर में प्रस्तावित प्रवेश परीक्षा संभव नहीं हो सकी है, लेकिन जेयू के पास 900 खाली सीटों की जानकारी है।
विश्वविद्यालय इन सीटों को भरने के लिए अक्टूबर में सूचना जारी कर सकता है। अक्टूबर में प्रवेश परीक्षा हो सकती है। इस मामले को प्रवेश समिति को भेज दिया है। अब इस पर प्रवेश समिति ही फैसला लेगी। जीवाजी विश्वविद्यालय से दिसंबर 2021 तक 119 पीएचडी अवार्ड हुए हैं। अगस्त 2022 तक 260 पीएचडी अवार्ड हो चुकी हैं। इन विद्यार्थियों ने अपने शोध पत्र जमा कर दिए थे, जिसके चलते पीएचडी अवार्ड हो गए।
जेयू ने प्रवेश परीक्षा की तैयार की थी। सबसे पहले गाइडों से ही जानकारी मांगी थी। जिससे नए शोधार्थी आ सकें। जेयू से पीएचडी करने में 42 हजार रुपये का खर्च आता है। इस वजह से विद्यार्थियों की पहली पसंद भी है। यदि विद्यार्थी चार साल में अपना शोध पत्र जमा कर देता है तो उसकी पीएचडी पूरी हो जाती है। लगभग 42 विषयों में पीएचडी होती है।
प्रवेश समिति से फैसला होने तक प्रवेश परीक्षा के लिए इंतजार करना होगा। अक्टूबर में पीएचडी पर कुछ फैसला हो सकता है। 900 सीट के लिए प्रवेश होगा। अलग-अलग विषय की सीट हैं। जेयू ने खुद के पास मौजूद खाली सीटों के आधार पर परीक्षा कराने जा रही है।