Maulana Azad National Institute of Technology Bhopal में बीटेक फाइनल ईयर के 300 स्टूडेंट्स ने जबरदस्त हंगामा और नारेबाजी करते हुए मैनेजमेंट के उस रूल के खिलाफ प्रोटेस्ट किया जिसमें 75% अटेंडेंस कंपलसरी की गई है। उनका कहना है कि फाइनल ईयर के स्टूडेंट के लिए 75% अटेंडेंस पॉसिबल नहीं है।
बताया गया है कि मैनिट भोपाल के मैनेजमेंट ने 75% से कम अटेंडेंस वाले 60% स्टूडेंट को टेस्ट और एग्जाम के लिए डिसक्वालीफाई कर दिया है। स्टूडेंट्स का कहना है कि जब प्लेसमैंट के टेस्ट और इंटरव्यू दे रहे होते हैं उसी दौरान कॉलेज में प्रोफेसर क्लास भी ले रहे होते हैं। आयुष रावत का कहना है कि एक ही स्टूडेंट कैसे दो जगह हो सकता है। यदि कोई स्टूडेंट प्लेसमेंट में प्रजेंट है तो उसे अटेंडेंस में जोड़ा जाना चाहिए।
कम्प्यूटर सांइंस फोर्थ इयर के स्टूडेंट अभिषेक यादव का कहना है कि फाइनल इयर में अगर कोई स्टूडेंट इंटर्नशिप करता है तो उसे कॉलेज के एग्जाम से छूट दी जाती है। मगर मैनिट में इसके बाद NPTL का एग्जाम देने का नियम है। पूरे दिन स्टूडेंट इंटर्नशिप करता है, तो NPTL के लिए टाइम नहीं मिलता। स्कोर कम रह जाता है। इसी वजह से छात्रों की NRIF रैंकिंग भी गिर रही है, जिसका सीधा असर प्लेसमैंट पर पड़ता है।
मैनिट भोपाल में इंटर्नशिप का कोई क्रेडिट नहीं दिया जाता। छात्रों की मांग है कि एनपीटीएल में छूट दी जाए और उसकी जगह इंटर्नशिप का क्रेडिट मिले।
स्टूडेंट्स के प्रदर्शन का आज दूसरा दिन था। मैनेजमेंट उनकी बात मानने के लिए तैयार नहीं है। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों और प्रबंधन के बीच में कोई समझौता नहीं हुआ है। उल्टा मैनेजमेंट ने आज मेन गेट पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस बुला ली थी।