जबलपुर। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल आमरण अनशन पर बैठ गए और इसी के साथ उनकी तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टर ने बताया कि शुगर लेवल कम हो गया है। डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। इधर जबलपुर जिला प्रशासन ने उनके 11 साथी शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। आमरण अनशन में उनके साथ शिक्षकों की बड़ी संख्या दिखाई नहीं दे पाई।
जबलपुर में आजाद अध्यापक शिक्षक संघ से जुड़े हुए कुल 92 शिक्षकों को नोटिस दिया गया है। तीन प्राथमिक शिक्षक को जिला शिक्षा अधिकारी, तीन माध्यमिक शिक्षकों को संयुक्त संचालक और पांच उच्च माध्यमिक शिक्षकों को आयुक्त स्तर पर निलंबित किया गया है। यह सभी बिना अनुमति के स्कूल छोड़कर भरत पटेल के साथ हड़ताल में शामिल हो गए थे।
1000 में से 400 को नोटिस और लगभग 100 शिक्षक सस्पेंड
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ की ओर से दावा किया गया था कि 70000 शिक्षक 13 सितंबर को भोपाल में एकत्रित होने वाले हैं। वह भेष बदलकर भोपाल शहर में प्रवेश करेंगे और बिना अनुमति के प्रदर्शन करेंगे। यह भी बताया गया था कि सभी शिक्षकों की पत्नियों ने उनके माथे पर तिलक लगाकर कहा है कि अब पुरानी पेंशन लेकर ही आना।
भोपाल पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार 13 सितंबर को अधिकतम 1000 लोगों को रोका गया जो पुलिस के सामने नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस के कहने पर प्रदर्शनकारियों ने सरेंडर किया और निर्धारित प्रक्रिया पूरी होने के बाद वापस लौट गए।
13 सितंबर को एक समाचार यह भी बताया गया था कि भरत पटेल को नजरबंद कर लिया गया है परंतु पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की। भरत पटेल को नजरबंद किए जाने का कोई फोटो या वीडियो भी जारी नहीं हुआ।