इंदौर। सरकारी नौकरी छोड़कर पॉलिटिक्स में एंट्री कर चुके पूर्व आईएएस वरद मूर्ति मिश्रा मध्य प्रदेश का केजरीवाल बनना चाहते हैं। एक ही झटके में भाजपा और कांग्रेस को साफ कर देना चाहते हैं। इंदौर प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान काफी कॉन्फिडेंट नजर आए।
वरद मूर्ति मिश्रा ने कहा कि मैं पिछले कुछ समय से मध्य प्रदेश के दौरे पर हूं। जहां भी गया वहां लोगों ने भाजपा और कांग्रेस के प्रति असंतोष व्यक्त किया और साफ और स्वच्छ छवि वाले नेताओं की पार्टी की जरूरत बताई। मिश्रा जी ने अपना पूरा प्लान ओपन नहीं किया है परंतु यह दावा जरूर किया है कि वह 2023 के विधानसभा चुनाव में सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
वरद मूर्ति मिश्रा ने कहा कि अक्टूबर के महीने में वह अपनी पार्टी के नाम की घोषणा कर देंगे। समाचार लिखे जाने तक वरद मूर्ति मिश्रा की टीम का खुलासा भी नहीं हुआ है। पार्टी की घोषणा के बाद कितने दिनों में पार्टी की कार्यकारिणी बन जाएगी और प्रत्याशी चयन का पैमाना क्या होगा कुछ भी नहीं बताया है। सिर्फ इतना कहा है कि इस बार चुनाव जनता लड़ेगी।
यहां याद दिलाना जरूरी है कि श्री वरद मूर्ति मिश्रा मूल रूप से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। सन 2018 में उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल किया गया। मिश्रा जी मुख्यमंत्री के उप सचिव रहे हैं।