टीवी पर विज्ञापन आता है और कहा जाता है कि अल्ट्राटेक भारत की सबसे भरोसेमंद सीमेंट है लेकिन मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में पिछले डेढ़ साल से अल्ट्राटेक के नाम पर नकली सीमेंट की फैक्ट्री संचालित हो रही थी और कंपनी उसे पकड़ ही नहीं पाई। जरा सोचिए कितने लोग अल्ट्राटेक के नाम पर विश्वासघात का शिकार हो गए और उनके घर कमजोर रह गए।
महाराजपुरा थाना के बार्डर पर स्थित जहांगीरपुर में अल्ट्राटेक सीमेंट की नकली फैक्ट्री पिछले डेढ़ साल से संचालित हो रही थी। इस फैक्ट्री का संचालन पदमपुर खेरिया के रहने वाले अशोक और संजय लोधी कर रहे थे। ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस की टीम को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने ज्वाइंट ऑपरेशन किया। मुरार थाने से बताया गया कि जिस समय फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई, उस वक्त फैक्ट्री के मैनेजर गोलू राठौर और अंकित नरवरिया मौजूद थे।
यह लाेग सीमेंट की दो सौ बोरियों को मार्केट में सप्लाई देने के लिए भेजने की तैयारी कर रहे थे। इसी दाैरान पुलिस ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया और नकली सीमेंट बरामद कर ली। फैक्ट्री के अंदर नकली सीमेंट तैयार कर उसे अल्ट्राटेक सीमेंट की बोरियों में भरकर असली सीमेंट के भाव में बेच रहे थे।
अल्ट्राटेक नकली सीमेंट की फैक्ट्री के मालिक फरार
शैलेन्द्र भार्गव , थाना प्रभारी मुरार ने बताया कि नकली सीमेंट की फैक्ट्री पकड़ी है। जिसमें दो सौ नकली सीमेंट की बोरियां जब्त की तथा फैक्ट्री के मैनेजर को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। फैक्ट्री के संचालक फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।