मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम के लोकप्रिय युवा पत्रकार प्रशांत दुबे की सडन डेथ का समाचार है। वह इटारसी के दौरे पर थे तभी अचानक उनकी तबीयत खराब है। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें नर्मदापुरम के लिए रेफर कर दिया गया। कुछ समय तक वेंटिलेटर पर रखा गया और उसके बाद डॉक्टरों ने उनकी मृत्यु की घोषणा कर दी।
डॉक्टरों का कहना है कि प्रशांत दुबे को हार्ट अटैक आया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो मासूम बेटियां हैं। वह मूल रूप से पिपरिया के रहने वाले थे। उनकी पार्थिव देह को पिपरिया ले जाया जा रहा है। रविवार को सुबह पिपरिया में अंतिम संस्कार की विधि की जाएगी। पत्रकारिता में प्रशांत दुबे की अपनी पहचान थी। राज एक्सप्रेस, प्रदेश टुडे और सहारा समय जैसे संस्थाओं में उन्होंने सेवाएं दी। प्रशांत की पहचान सकारात्मक पत्रकारिता के लिए थी। इसी के कारण व नर्मदापुरम में काफी लोकप्रिय भी थे।
यहां उल्लेख करना अनिवार्य है कि पिछले कुछ समय से सडन डेथ की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। डॉक्टर हमेशा इसका कारण हार्ट अटैक बताते हैं परंतु यह बिल्कुल अजीब किस्म का हार्टअटैक है जो इलाज करने का मौका तक नहीं देता। कई घटनाओं में मरीज समय रहते अस्पताल तक पहुंच गए थे और उनका इलाज भी शुरू हो गया था। एक और ध्यान देने वाली बात यह है कि सडन डेथ का शिकार होने वाले लोगों में ज्यादा संख्या 50 वर्ष से कम आयु वर्ग की है। निश्चित रूप से इस मामले में रिसर्च की जाना जरूरी है। इसे सिर्फ हार्टअटैक का नाम नहीं दे सकते।