बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में माइनिंग इंस्पेक्टर गोविंद पाल को सस्पेंड कर दिया गया है। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि खनिज निरीक्षक का भाई अनिल पाल अवैध खदानों से वसूली करता था और इंस्पेक्टर गोविंद पाल उन खदानों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करता था। प्राथमिक जांच में इस बात की पुष्टि होने के बाद खनिज इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल, खनिज इंस्पेक्टर गोविंद पाल के भाई अनिल पाल की लग्जरी लाइफ के कारण वह सुर्खियों में आ गया था। गोविंद पाल 1 साल पहले ही ट्रांसफर होकर बुरहानपुर आए हैं। इन्होंने एक नया सिस्टम बनाया था। खनन इंस्पेक्टर किसी भी अवैध खदान संचालक से सीधे बात नहीं करते थे। जो उनसे मिलने आता था, अपने भाई को से मिलने के लिए भेज देते थे। सारी डील भाई करता था। खनिज इंस्पेक्टर गोविंद पाल उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते थे। इसके कारण खनिज माफिया काफी ताकतवर होता जा रहा था।
भाभी ने पोल खोली, पूरा परिवार जेल में
पाल की गर्भवती पत्नी प्रियंका ने गत 31 अगस्त को लालबाग थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें देवर अनिल पाल, सास संतीबाई व ससुर बाल्मीक प्रसाद पाल के उकसावे में आकर पति गोविंद पाल द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित करने व घर से निकाल देने के आरोप लगाए थे। जांच के बाद पुलिस ने चारों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था।
प्रियंका ने मीडिया से बातचीत के दौरान मांग की थी कि देवर अनिल पाल की प्रशासन जांच कराए। बेरोजगार होने के बावजूद उसने बुरहानपुर में रहते कार, ट्रैक्टर, प्लाट आदि खरीद लिए हैं। उसकी संपत्ति के स्रोतों की जांच होनी चाहिए। थाना प्रभारी लालबाग अनिल यादव ने बताया कि प्रकरण की जांच के बाद खनिज निरीक्षक सहित सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।