मध्य प्रदेश की राजनीति में ऐसी परंपराएं नहीं थी परंतु पिछले दिनों हुए त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग के दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं। ताजा वीडियो में तो भाजपा की महिला नेता एवं पूर्व विधायक के साथ दो बार अन्याय हुआ। एक बार लोगों ने कौन से पैसे लेकर वोट नहीं दिए और दूसरी बात उनका वीडियो वायरल कर दिया।
यह मामला ग्वालियर संभाग का बताया गया है। महिला नेता ने जनपद पंचायत अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए लॉबिंग की थी। जनपद पंचायत के सदस्यों ने ₹500000 के बदले वोट देने का वादा किया। ढाई लाख रुपए एडवांस ले लिया और फिर वोट भी नहीं दिए। जब महिला पूर्व विधायक अपने पैसे वापस मांगने गई तो चुपके से उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के महिला नेता एवं पूर्व विधायक ने वोट खरीदे थे। इसके बाद भी चुनाव हार गई तो पैसे की वसूली करने पहुंच गई और धोखा देने वालों के घर गिराने की धमकी दे रही हैं। सवाल यह है कि इस मामले में ताली दोनों हाथ से बजी है। दूसरा पक्ष भी पीड़ित नहीं है। उसने आगे बढ़ कर अपना वोट बेचा। अपने वोट का सौदा किया। एडवांस पैसा लिया और फिर धोखा भी दिया। ऐसे लोगों की हिम्मत देखिए। जब महिला नेता पैसा वापस मांगने आई तो चुपके से वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
यहां ध्यान देने वाली बात है कि लोकतंत्र के प्रति अपराध दोनों ने समान रूप से किया है। यह मामला एक पीड़ित और दूसरे अत्याचारी का नहीं है बल्कि एक प्रकार से पॉलिटिकल गैंगवार है।