मध्य प्रदेश की राजनीति में शेखर की तरफ बढ़ रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज पहली बार अपने कुलदेवता ज्योतिबा के दर्शन किए। ज्योतिबा को दखन यानी दक्षिण का राजा कहा जाता है। यह स्थान महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर में स्थित है।
श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि उनके कुलदेवता ज्योतिबा का मंदिर सन 1730 में श्रीमंत राणोजी सिंधिया जी ने बनवाया था। माना जा रहा है कि 291 साल बाद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराएंगे और इसे भव्य रुप दिया जाएगा, क्योंकि ज्योतिबा केवल सिंधिया राजपरिवार के कुलदेवता नहीं है बल्कि दक्षिण के राजा होने के नाते लाखों लोगों की श्रद्धा के पात्र हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने पुणे में स्थित प्रसिद्ध श्रीमंत दगडुशेठ हलवाई गणपति मंदिर में विघ्नहर्ता के दर्शन किये। फिर मराठा सेना के सेनाध्यक्ष पाटिलबुवा महादजी सिंधिया जी की छतरी में उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए और अपने पूर्वजों को याद किया। इसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित निर्माणाधीन “शिवसृष्टि थीम पार्क” का काम देखा।