जैसी की उम्मीद थी मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आना शुरू हो गया है। जय आदिवासी युवा शक्ति के फाउंडर डॉ हीरालाल अलावा ने कांग्रेस पार्टी से अलग स्वतंत्र चुनाव लड़ने का ऐलान किया वैसे ही कमलनाथ नरम पड़ गए। सिंधी समाज की बैठक में आदिवासियों की बात करते नजर आए।
जयस वाले जहां से जीत सकते हैं, वहां टिकट दे देंगे: कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि, जयस वाले मुझसे अभी मिले थे। उनका चार-पांच जिलों में अच्छा संगठन है। हम उनसे चर्चा कर रहे हैं। जयस में सब उत्साही नौजवान हैं। जहां भी जयस चुनाव जीतने की स्थिति में होगी, कांग्रेस वहां उन्हें टिकट देगी। जयस का डीएनए कांग्रेस का है। वो तो खुद कहते हैं, हमें बीजेपी को जीतने नहीं देना है, पर हमारे साथ न्याय हो। मैं उनकी बात से सहमत हूं। जयस में भील, कोरकू, भिलाला, गौंड, कोल आदिवासी समाज के सब लोग जुडे हैं। जहां जयस के नौजवान जहां जीत सकते हैं, वहां हम उन्हें टिकट देंगे।
अगले ही सवाल पर कमलनाथ ने तेवर बदले
जैसे ही कमलनाथ के सामने प्रश्न आया कि डॉ हीरालाल अलावा कुल 74 सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं कमलनाथ ने कहा कि ये सब बाद की बातें हैं। जयस के आपस में पांच ग्रुप हैं। ये भी ध्यान रखना चाहिए।
डॉ हीरालाल अलावा- पूरा पोलिटिकल कैरियर दांव पर लगा है
सन 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले डॉ हीरालाल अलावा आदिवासियों की सशक्त और बुलंद आवाज बनकर उभरे थे परंतु फिर उन्होंने अपना संगठन छोड़ कर अपने लिए काम करना शुरू किया। खुद के टिकट के लिए दिल्ली में राहुल गांधी के यहां घंटों बैठे रहे। शायद कॉन्फिडेंस नहीं था कि स्वतंत्र लड़ेंगे तो जीत जाएंगे।
कमलनाथ ने उनकी कमजोरी को भांप लिया था। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी लेकिन अलावा को कोई महत्व नहीं दिया गया। पिछले 5 सालों में अलावा ने कमलनाथ को कई बार धमकी दी है। पहली बार कमलनाथ थोड़े नरम पड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। हालांकि राजनीति के पंडित जानते हैं कि कमलनाथ क्या कर रहे हैं।