मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब हर दिन बायोमेट्रिक अटेंडेंस लगानी होगी। इसके साथ ही शिक्षकों को भी अपनी उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से ही देनी होगी। इसके साथ ही नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन को अब उनके यहां पढ़ाने वाले शिक्षकों की तस्वीर भी कॉलेज में किसी एक जगह पर डिस्प्ले करनी होगी।
गौरतलब है कि यह आदेश गुरुवार को मध्य प्रदेश नर्सेज रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने जारी किया है। इसके साथ ही काउंसिल ने नई मान्यता और नवीनीकरण को लेकर भी आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश के सभी नर्सिंग कॉलेज शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए नई मान्यता के साथ पुरानी मान्यता का नवीनीकरण भी करा सकेंगे और सीट बढ़ाने के लिए भी आवेदन कर पाएंगे। यह आवेदन ऑनलाइन किए जाएंगे।
परंतु इस आदेश के जारी होने के बाद स्टूडेंट मेडिकल विंग के संयोजक रवि परमार ने सवाल उठाया है कि काउंसिल को छात्रों की कोई फिक्र नहीं है। इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा जिन 241 कॉलेजों की मान्यता निरस्त की गई है उनके वर्ष 2021-22 के छात्रों को लेकर अब तक किसी तरीके का निर्णय नहीं लिया गया है।