भारत मौसम विज्ञान केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन का कहना है कि आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और ओडिशा के पुरी के बीच समुद्र में स्थिति बदल रही है। इसके कारण मध्य प्रदेश में मौसम का पूर्वानुमान बदल सकता है। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और गुजरात के कुछ इलाकों में में भारी वर्षा की संभावना है।
डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि दिनांक 12 से 15 सितंबर के बीच में मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश में तेजी आएगी। समुद्र में हलचल बढ़ने के कारण बादलों का एक बड़ा कुनबा दक्षिण ओडिशा के तट को पार करता हुआ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के रास्ते भारत के उत्तर पश्चिम की ओर राजस्थान की तरफ बढ़ेगा। यह बादल जहां से गुजरेंगे वहां भारी बारिश होगी। मध्य प्रदेश के मौसम वैज्ञानिकों ने भोपाल, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, ग्वालियर और चंबल संभाग के सभी जिलों में एवं धार, पन्ना, सागर, शाजापुर, दमोह, देवास, छतरपुर और आगर मालवा जिलों में आसमान में बादलों की जमावट की सूचना दी है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले 24 घंटे में बारिश शुरू हो जाएगी। जब तक बादल भारत की मैदानी सीमा के ऊपर आसमान पर नहीं आ जाएंगे तब तक उनके बारे में सटीक अनुमान लगा पाना थोड़ा मुश्किल है, परंतु मौसम विभाग ने किसानों और यात्रियों के लिए चेतावनी जारी कर दी। यानी यदि धूप निकल रही है और पसीना आ रहा है तब भी यह विश्वास ना करें कि आज बारिश नहीं होगी।