इंदौर मध्य प्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नीलम पाराशर नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है। दावा किया है कि यह महिला स्वयं को एसडीएम बताती थी। पुलिस ने यह भी बताया कि नीलम पाराशर ने MPPSC की तैयारी की थी परंतु क्लियर नहीं कर पाई। शायद उसने सबको झूठ बोल दिया था कि राज्य सेवा परीक्षा पास कर ली है और इसी कारण एसडीएम बनकर घूमने लग गई थी।
व्यापारी से सामान लिया, रुपए मांगे तो बोली-जेल भिजवा दूंगी
डीसीपी निमिष अग्रवाल ने बताया कि खुद को एसडीएम बता रही महिला का नाम नीलम पाराशर (उम्र 40 वर्ष) है। वह खुद को देपालपुर इलाके की एसडीएम बताती थी। लोगों पर रौब झाड़ती थी। गौतमपुरा के एक व्यापारी की शिकायत के बाद उसे क्राइम ब्रांच ने पकड़ा। महिला कुछ दिन पहले खरीदारी करने पहुंची थी। सामान लेने के बाद व्यापारी ने बिल चुकाने को कहा तो रुपए देने के बजाय उसे जेल भिजवाने की धमकी दे डाली।
उसके पास राज्यपाल मंगू भाई के साइन वाला पत्र भी मिला है। इसमें उसके ट्रांसफर की बात लिखी हुई है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक नीलम पाराशर मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थी लेकिन वह सिलेक्ट नहीं हो पाई।
उसने कई अधिकारियों को देखने के बाद उनके ही लहजे में ही काम करना शुरू कर दिया। उसके बोलने और चलने फिरने के साथ रहन-सहन पूरा अधिकारियों जैसा दिखता है। अभी यह जांच की जा रही है कि इतने नियुक्ति पत्र और लेटर उसके पास कहां से आए थे।