भारत की राजधानी दिल्ली पुलिस की महिला आरक्षक का पति अपने आपको सब इंस्पेक्टर बताया करता था। वर्दी पहन कर घूमता था। कई लोगों के साथ ठगी की और आसानी से फरार भी हुआ लेकिन अंततः ग्वालियर पुलिस ने पकड़ ही लिया। आरोपी मूल रूप से झांसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
सीएसपी मुरार ऋषिकेश मीणा ने बताया कि आरोपी का नाम अर्जुन सिंह बताया गया है। वह मूल रूप से झांसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। ग्वालियर के अलावा शिवपुरी, मुरैना, धौलपुर राजस्थान और दिल्ली सहित कई शहरों में घूमता रहता था। वह खुद को मध्य प्रदेश पुलिस का सब इंस्पेक्टर बताता था और अपनी पोस्टिंग कभी ग्वालियर कभी शिवपुरी बताता था। उसकी कद काठी से वह पुलिस अधिकारी दिखाई देता था। वर्दी पहनकर कई लोगों से वसूली कर चुका है।
पता कैसे चला, पकड़ा कैसे गया
अर्जुन सिंह ने गलती कर दी। ग्वालियर में उसने तीन लोगों से उधार पैसे दिए और फिर वापस नहीं चुकाए। इनमें से दो एक दूसरे को जानते थे जबकि तीसरा सबसे अलग था। जब तीनों का गुस्सा हाई लेवल पर पहुंच गया। तब उसने दोनों को एक एड्रेस दिया और वहां से अपना पैसा कलेक्ट करने के लिए कहा। यही एड्रेस और टाइम उसने तीसरे व्यक्ति को भी दिया और पैसा कलेक्ट करने के लिए कहा। सब कुछ बिल्कुल फिल्मों जैसा था। दोनों पार्टी अर्जुन सिंह से पैसा लेने के लिए बताए गए ठिकाने पर सही समय पर पहुंची। दोनों ने सामने वाली पार्टी को अर्जुन सिंह का आदमी समझा और दोनों के बीच लड़ाई हो गई।
यही मामला पुलिस के पास पहुंच गया। ग्वालियर के लोग नुकसान सेंड कर लेते हैं परंतु यदि उनके साथ धोखाधड़ी की जाए तो सहन नहीं करते। इसलिए बात बढ़ गई। तीनों अर्जुन सिंह के पीछे लग गए और कल उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। पूछताछ में पता चला कि उसने दिल्ली पुलिस की जिस महिला आरक्षक के साथ शादी की है उसे भी धोखा दिया है। खुद को मध्य प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर बताया था।