रीवा। मध्य प्रदेश में रीवा लोकायुक्त टीम ने पटवारी को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। पटवारी ने किसान से नामांतरण करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। कार्रवाई के बाद से चुरहट तहसील मुख्यालय समेत राजस्व अमले में हड़कंप मचा हुआ है।
सीधी के चुरहट तहसील अंतर्गत ग्राम दुअरा के रहने वाले धीरेंद्र सिंह ने नामांतरण करने के लिए कई बार आवेदन दिया था लेकिन नामांतरण नहीं हो रहा था। पटवारी के ओर से नामांतरण करने की एवज में उनसे रुपए मांगे जा रहे थे। जिसकी वजह से धीरेंद्र सिंह ने उनकी शिकायत लोकायुक्त में की। लोकायुक्त की टीम ने छापेमारी करते हुए ग्राम की ओर से 5000 रुपए की रिश्वत लेते पटवारी दुअरा गोरखनाथ विश्वकर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।
लोकायुक्त की टीम ने पहले से जाल बिछा रखा था, जिनमें अधिकारी के रूप में इंस्पेक्टर जियाउल हक, डीएसपी राजेश पाठक विनय पांडे व पवन पांडे के निर्देशन में कार्रवाई की गई। जिनमें से पटवारी गोरखनाथ विश्वकर्मा को आखिरकार पैसे लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है।
ग्राम दुअरा से गिरफ्तार करने के बाद नजदीकी की चुरहट के रेस्ट हाउस में ले जाया गया। जहां पर कार्रवाई को अब संपन्न किया जा रहा है। रुपए लेते हुए 2 लोगों को साक्षी बनाकर पेश किया गया था, जिनके नाम मनोज मिश्रा व धर्मेंद्र मिश्रा हैं।