भोपाल। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के करहाल विकासखंड में अतिथि शिक्षक भर्ती घोटाला सामने आया है। इसमें शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 का उल्लंघन करते हुए ऐसे उम्मीदवारों को अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया जिनके पास BEd या dled की मार्कशीट ही नहीं है, क्योंकि उन्होंने कभी परीक्षा ही नहीं दी।
यह घोटाला डीपीसी डॉ पीएस गोयल द्वारा पकड़ा गया। डॉक्टर गोयल राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से संचालित योजनाओं का निरीक्षण करने के लिए कराहल विकासखंड के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक विद्यालय सिलीपुरी गए थे। डॉ गोयल ने बताया कि यहां पर रोहिणी शर्मा एवं सलोनी शर्मा बतौर अतिथि शिक्षक कक्षा में बच्चों को पढ़ाते हुए मिलीं। नियुक्ति के दस्तावेज चेक करने पर पता चला कि डॉक्यूमेंट की फाइल में BEd या dled की मार्कशीट नहीं है। डीपीसी ने शाला प्रभारी हजारीलाल धाकड़ को वसूली का नोटिस जारी किया है। इसके अलावा बीआरसी अजय रावत को भी नोटिस जारी किया गया है।
बड़ा सवाल- कार्रवाई होगी या सिर्फ वसूली
सूत्रों का कहना है कि कराहल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर इस प्रकार अतिथि शिक्षकों का भर्ती घोटाला हुआ है। अयोग्य लोगों को भर्ती किया गया है। योग्य आवेदकों को स्कूल से भगा दिया गया। किसी स्कूल में भाई भतीजावाद, किसी स्कूल में रिश्वत लेकर अतिथि शिक्षक भर्ती की गई है। कुछ स्कूलों में तो अतिथि शिक्षक कमीशन पर काम कर रहे हैं। सवाल यह है कि डीपीसी द्वारा जारी किए गए नोटिस क्या सचमुच घोटालेबाज स्कूल शिक्षा अधिकारियों को दंडित करने की प्रक्रिया है या सिर्फ दिवाली की वसूली के लिए धमाके किए जा रहे हैं।