भोपाल। वैसे तो मध्यप्रदेश में काफी तरक्की हो गई है। 5G नेटवर्क का भी सफल ट्रायल हो चुका है मेट्रो ट्रेन दौड़ने वाली है और एयर टैक्सी के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है परंतु सरकारी चिकित्सा और पुलिस इन्वेस्टिगेशन में टेक्नोलॉजी के मामले में मध्य प्रदेश आज भी 90 के दशक में चल रहा है। FSL रिपोर्ट के लिए 1 साल की वेटिंग चल रही है। राजधानी में पिछले साल हुई एक लड़की के सुसाइड मामले में अब जाकर रिपोर्ट आई है, जिसमें पता चला है कि लड़की के साथ रेप हुआ था।
मध्य प्रदेश पुलिस कितनी स्लो है- पोस्टमार्टम के 1 साल बाद FSL रिपोर्ट आई
बागसेवनिया थाना प्रभारी संजीव चौकसे ने बताया कि इलाके में रहने वाली 15 साल की लड़की की डेड बॉडी 8 अक्टूबर 2021 को उसी के घर में फांसी पर लटकी हुई मिली थी। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। नियमानुसार पोस्टमार्टम के समय स्लाइड प्रिजर्व कराई गई थी। जिसे FSL के लिए भेजा गया था। शनिवार दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को एफएसएल की रिपोर्ट आई। रिपोर्ट में मानव शुक्राणु का खुलासा हुआ। इस पर केस दर्ज किया गया।
अब आरोपी का पता कैसे लगाएंगे
सब कुछ भगवान भरोसे है। यदि आरोपी अपना ठिकाना छोड़कर जा चुका है और उसका कोई रिलेटिव भी भोपाल में नहीं है तो उसका पता लगाना लगभग असंभव है। पुलिस अपनी पारंपरिक प्रैक्टिस करेगी। घरवालों से बात करके संदिग्ध लोगों के नाम लिए जाएंगे। फिर सबको उठा कर थाने लाया जाएगा। यहां अपने तरीके से पूछताछ होगी। एक अपराधी का पता लगाने के लिए कई निर्दोष लोगों को परेशान किया जाएगा। कुल मिलाकर यदि आरोपी को उसके कर्मों का फल अभी मिलने वाला होगा तो ही वह पुलिस की गिरफ्त में आ सकता है।