भोपाल। मध्यप्रदेश शासन द्वारा त्यौहारों पर मिट्टी, बांस, हाथकरघा एवं हस्तशिल्प के कलाकार और कारीगरों को पर्याप्त रोजगार दिलाने के उद्देश्य से दीपोत्सव मेले का आयोजन किया गया है। यह मेला गौहर महल में लगाया गया है। जो 23 अक्टूबर तक चलेगा।
मेला में विभिन्न उत्पादों के 55 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें डिंडोरी धामना का टेराकोटा का दीया मुख्य उत्पाद है। साथ ही बैतूल का बेल मेटल, मालवा की छपाई, भैरोगढ़ उज्जैन का बाटिक प्रिंट, खराद शिल्प बुधनी, महेश्वर, अशोक नगर और चंदेरी की साड़ियां, टीकमगढ़ का प्रसिद्ध ब्रास सहित लक्ष्मी, गणेश एवं अन्य पूजा संबंधित सामग्री के स्टॉल शामिल है।
आयुक्त हाथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास निगम ने बताया कि मेला में मिट्टी के बर्तनों के साथ ही बांस के सामान सहित हाथकरघा और हस्तशिल्प के विभिन्न उत्पाद उपलब्ध हैं। मध्यप्रदेश का हर तरह का क्राफ्ट गोहर महल में उपलब्ध है। दीपोत्सव मेला को भव्य रूप देने के लिए प्रवेश द्वार पर एक गेट बनाया जा रहा है। इसकी सजावट में टेराकोटा और मढ़ना का उपयोग किया जा रहा है।
गेरू और चूने से कलाकारों द्वारा दीपोत्सव की सजावट की जा रही है। दीपोत्सव मेले में मध्यप्रदेश के खजुराहो धामन एवं माटीकला बोर्ड के मिट्टी शिल्पकार, कुम्हार अपने हाथों से बनाए कलात्मक उत्पाद लेकर शामिल होंगे। नारियल एवं गुजरी के आकार में बने दीए आकर्षण का केंद्र होंगे।