भोपाल। राजधानी सहित मध्य प्रदेश के उन सभी इलाकों में बच्चों के प्रति विशेष सतर्कता की आवश्यकता है जहां पर मौसम गड़बड़ कर रहा है। हमीदिया हॉस्पिटल में पिछले 1 सप्ताह में भर्ती मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। यह बढ़ती ही जा रही है। दीपावली जैसे त्यौहार पर यदि बच्चे को स्वस्थ रखना है तो सावधानी जरूरी है।
दरअसल मध्य प्रदेश में बारिश का पैटर्न बदल गया है। समुद्र में तूफानों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके बादल मध्यप्रदेश तक आते हैं और बेमौसम बरसात करते हैं। हाल ही में बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान पैदा हो गया है। महाराष्ट्र राज्य में बूंदाबांदी शुरू हो गई है। उसके बादल ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य से होते हुए दीपावली के आसपास मध्य प्रदेश तक आ जाएंगे। दिन में धूप, रात में ठंड और फिर अचानक बारिश के कारण सर्दी-जुकाम-बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
यह लक्षण दिखें तो डॉक्टर को बताएं
- नाक का बहना, नाक में पानी आना।
- गले में खराश, आवाज का बदल जाना।
- अनावश्यक छींके आना।
- आंखों में पानी की मात्रा बढ़ जाना।
- नाक और गले में कफ।
- तेज बुखार एवं मांसपेशियों में दर्द।
मौसम परिवर्तन की बीमारियों से बचने के लिए क्या करें
- रात में ऐसी एवं कूलर ना चलाएं।
- मच्छरों से बचें, बच्चों को पूरा शरीर ढकने वाले कपड़े पहनाए।
- कोल्ड ड्रिंक, फास्ट फूड, पैक्ड फूड, पैक्ड जूस अवॉइड करें।
- रुका हुआ पानी साफ कराएं, मच्छरों को पैदा होने से रोकें।