भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के ईदगाह हिल्स स्थित वाटर फिल्टर प्लांट कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण हो सकता है। एक सप्ताह के भीतर दूसरा मामला सामने आया है। इस बार नगर निगम का कर्मचारी अशरफ अली क्लोरीन गैस का शिकार हुआ। उसे टीबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर है। वेंटिलेटर पर रखा गया है।
6 दिन पहले क्लोरीन गैस से 70 से अधिक परिवार प्रभावित हुए थे। तब कलेक्टर ने इसे छोटी मोटी बात करार दिया था। बाद में ड्यूटी पर तैनात टीआई की तबीयत बिगड़ी, तब कहीं जाकर जिला प्रशासन ने मामले को थोड़ा गंभीरता से लिया। अब दूसरी बार गैस के रिसाव के बाद कोई बयान जारी नहीं किया गया है। प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी और आसपास के रहवासी दहशत में आ गए। निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी का कहना है कि कर्मचारी द्वारा क्लोरीन गैस की पाइप लाइन को जोड़ने के समय हादसा हुआ। उसे भर्ती कराया गया था। खतरे से बाहर है।
इधर टीबी हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि कर्मचारी की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बेहतर इलाके के लिए हमीदिया हॉस्पिटल में रेफर किया जाएगा। मामला सामने आने के बाद ईदगाह फिल्टर प्लांट के मेन गेट पर ताला जड़ दिया गया और मीडिया की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। गेट पर कर्मचारी मुस्तैद है, जो किसी को भी अंदर नहीं जाने दे रहे।