भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अरेरा हिल्स इलाके में एक स्क्रैप वाले की हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि हत्यारे ने हथौड़े से उसका सिर फोड़ दिया था। हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
भीम नगर बस्ती मजार के सामने, बल्लभ भवन में रहने वाला मोहम्मद बबलू खान (23) पुत्र अनवर खान कबाड़ बेचने-खरीदने का काम करता था। शनिवार दोपहर करीब साढ़े चार बजे वह मोहल्ले के कन्हैया रैकवार (44) के घर पहुंचा। उसने कन्हैया से 450 रुपए में पन्नी खरीदी। बबलू ने उसे 500 रुपए दिए। कन्हैया को 50 रुपए वापस करना थे। छुट्टे नहीं होने से कन्हैया आना-कानी करने लगा। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया।
कन्हैया ने बबलू को घर के अंदर बुलाया। यहां सिर पर हथौड़े से ताड़बतोड़ वार कर दिए। बबलू की मौके पर मौत हो गई। आरोपी ने सबूत मिटाने और पहचान छिपाने के लिए उसके ऊपर पन्नी डालकर आग लगा दी। बबलू का शव अधजली हालत में पुलिस को मिला। रविवार को पुलिस ने पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
आरोपी नाले में कूदा, फिर भी पकड़ा
थाना प्रभारी अरेरा हिल्स आरके सिंह ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए उन्होंने 25 जवानों की टीम बनाई। करीब 12 घंटे के बाद आरोपी पुलिस के हाथ लगा। उन्होंने बताया कि आरोपी सिरफिरा है। बचने के लिए वह 74 बंगले के पास नाले में कूद गया। पीछा कर रहे आरक्षक अखिलेश निगम ने भी नाले में छलांग लगा दी। इससे वह घायल हो गया। करीब डेढ़ किलोमीटर नाले में चलने के बाद आरोपी रायसेन रोड की ओर भाग निकला। वापस वह जिंसी चौराहा के पास पहुंचा।
इस बीच उसे भनक लग गई कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वह बस में बैठकर रायसेन की तरफ जा रहा था। बिलखिरिया इलाके में रविवार तड़के पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी के घर में उसकी पत्नी और 5 लड़कियां हैं। वर्ष 2014 में भी टीटी नगर पुलिस ने उसे हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
कन्हैया रैकवार सिरफिरा और सनकी है
कन्हैया रैकवार पन्नी बीनने का काम करता था। इसके अलावा, यदि उसे मरे कुत्ते या सड़ा गोश्त मिलता था, तो उसे घर ले आता था। उन्हें घर के सामने सड़क पर रख देता था। पुलिस उसके घर पहुंची, तो गंदगी का अंबार लगा था। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त हथौड़ा भी जब्त कर लिया है।
स्क्रैप वाला बबलू कभी किसी से झगड़ा नहीं करता था
परिजनों के बताया कि चार भाइयों में बबलू तीसरे नंबर का था। सभी अपना-अपना काम करते हैं। शनिवार को 50 रुपए के लिए दोनों में बहस हो गई। इसके बाद कन्हैया ने बबलू का फोन और मोबाइल छीन लिया। बबलू पर हथौड़े से हमला कर दिया। सिर पर चोट लगने से बबलू वहीं गिर गया और कन्हैया मौके से फरार हो गया। परिवार वालों का कहना कि बबलू का किसी से विवाद नहीं था शांत स्वभाव का था।