भोपाल। बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय और उससे जुड़े हुए सभी कॉलेजों में भारी तनाव की स्थिति है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत हुई परीक्षा का रिजल्ट काफी खराब आया है। BA में मात्र 30% स्टूडेंट्स ही पास हुए हैं। 33000 में से 21000 स्टूडेंट की सप्लीमेंट्री आई है।
BSc कोर्स में 44% स्टूडेंट्स की सप्लीमेंट्री और BCom में 33% स्टूडेंट्स की सप्लीमेंट्री आई है। यूनिवर्सिटी सूत्रों का कहना है कि 65% स्टूडेंट्स फाउंडेशन कोर्स में फेल हो गए हैं। किसी को मार्कशीट नहीं दी गई है केवल ग्रेडशीट दिखाई जा रही है। इसके कारण तनाव की स्थिति बढ़ गई है। स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स का कहना है कि जब तक यह पता नहीं चलेगा कि किस सब्जेक्ट में कितने नंबर आए हैं, तब तक आगे की पढ़ाई कैसे कर पाएंगे।
यहां याद दिलाना अनिवार्य है कि इस बार 100 में से 30 नंबर इंटरनल के और 70 थ्योरी एग्जाम के थे। इसमें से पास होने के लिए सिर्फ 35 नंबर की जरूरत थी। प्रो. एसके जैन, कुलपति, बीयू का कहना है कि इस बार परीक्षा OMR SHEET पर करवाई गई थी और स्टूडेंट्स OMR SHEET भरने में गलती कर गई इसलिए रिजल्ट बिगड़ गया है।
पेरेंट्स का सवाल है कि क्या स्टूडेंट्स को परीक्षा से पहले OMR SHEET पर ट्रायल टेस्ट करवाए गए थे। OMR SHEET पर परीक्षा देना यदि मुश्किल है तो क्या परीक्षा के लिए ट्रेनिंग दी गई थी। इस रिजल्ट के लिए स्टूडेंट्स नहीं बल्कि कुलपति जिम्मेदार हैं। 33% रिजल्ट BA का नहीं बल्कि कुलपति के मैनेजमेंट का है। परीक्षा प्रबंधन के मामले में कुलपति फेल हो गए।