GURU PUSHYA NAKSHATRA 2022- दीपावली के आसपास आने वाले पुष्य नक्षत्र का सर्वाधिक महत्व होता है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और देवता बृहस्पति हैं इसलिए इस नक्षत्र में खरीदी गई वस्तु स्थायी होती है बल्कि उसमें वृद्धि होती जाती है।
DIWALI SE PAHLE SHOPPING KA MUHURT- दिवाली से पहले शॉपिंग का मुहूर्त
दीपावली से 6 दिन पूर्व अर्थात् 18 अक्टूबर से पुष्य नक्षत्र प्रारंभ होगा। इस बार पुष्य नक्षत्र का पुण्यकाल 26 घंटे 50 मिनट रहेगा। इसलिए दो दिन जमकर खरीदी की जा सकती है। उज्जैनी सूर्योदय के अनुसार पुष्य नक्षत्र 18 अक्टूबर को प्रात: 5 बजकर 12 मिनट से प्रारंभ होगा और 19 अक्टूबर को प्रात: 8 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार कुल 26 घंटे 50 मिनट पुष्य नक्षत्र रहेगा। इस समयावधि में सोना, चांदी, आभूषण, भूमि, भवन, संपत्ति, वाहन, भौतिक सुखों की वस्तुएं खरीदना अत्यंत शुभ रहेगा
18 और 19 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र के साथ सिद्ध और साध्य योग भी रहेंगे। सिद्ध योग 18 अक्टूबर को सायं 4.52 बजे तक रहेगा इसके बाद साध्य योग प्रारंभ होकर 19 अक्टूबर को सायं 5.29 बजे तक रहेगा। इन दोनों योग के साथ पुष्य नक्षत्र का संयोग अत्यंत शुभ महामुहूर्त का निर्माण कर रहा है। स्वर्ण पूजन, खरीदी से समृद्धि पुष्य नक्षत्र के शुभ संयोग में स्वर्ण खरीदी और पूजन करने का विशेष महत्व होता है। इस नक्षत्र में खरीदे गए स्वर्ण में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है।