ग्वालियर। किसी मंत्री की भैंस और विधायक के लापता कुत्ते को ढूंढती पुलिस तो आपने बहुत देखी होगी, लेकिन क्या आपने कभी देखा है कि गरीब परिवार की किसी लड़की का गुम हुआ मोबाइल पुलिस ने ढूंढा है। ग्वालियर पुलिस ने उस मोबाइल को ढूंढ निकाला क्योंकि वह एकमात्र मोबाइल था जो चार बहनों की पढ़ाई का सहारा था। पुलिस अफसर या तो पॉलीटिकल प्रेशर में काम करती है या फिर रिश्वत मिलने के बाद परंतु जब इस तरह से समाज की मदद करती है, तब हर कोई उस को सैल्यूट करता है।
पापा ने फर्स्ट ईयर में फर्स्ट क्लास आने पर दिलाया था
शिव नगर मुरार की रहने वाली 20 वर्षीय प्रियंका ने बताया कि, मैं, बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हूं। पापा ऑटो चलाते हैं। हम चार बहन-भाई में पढ़ाई के लिए एक ही मोबाइल था। जो पापा ने मुझे मेरे फर्स्ट ईयर में फर्स्ट क्लास आने पर दिलाया था। इसी मोबाइल में हमारे पढ़ाई के एप, नोट्स व अन्य डेटा था, लेकिन कॉलेज में परीक्षा भवन से यह मोबाइल गुम हो गया था। काफी तलाश किया, मुरार थाना में शिकायत की। एसएसपी ऑफिर की साइबर सेल में भी शिकायत की।
यकीन नहीं था कि मोबाइल अब मिलेगा, लेकिन धनतेरस के दिन पुलिस ने खुद एसएसपी ऑफिस बुलाकर यह मोबाइल लौटाया है। मैं बता नहीं सकती मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उल्लेखनीय है कि धनतेरस के मौके पर ग्वालियर पुलिस की सायबर सेल ने करीब 14.59 लाख रुपए के 81 मोबाइल बरामद कर उनके धारकों को लौटाए हैं।
घरों में काम करके बच्चे के लिए खरीदा था
पुलिस की सायबर सेल ने एक महिला छापाखाना निवासी मंजू को उसका मोबाइल वापस लौटाया। महिला ने बताया कि वह घरों में कार्य करने वाली महिला है। उसने मोबाइल मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैंने लोगों के घरों में कार्य कर-कर के अपने बच्चे के लिये यह मोबाइल लिया था जो कि सिम डालने से पूर्व ही गुम हो गया था। अब मोबाइल मिलने पर खुशी हो रही है।